नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना ; पटना में सन 1919 ई० में स्थापित बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा विशाखापटनम में कार्यरत हिन्दी साहित्य सेवी, मिथिला (बिहार) की बेटी एवं वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती सुधा कुमारी ‘जूही’ को शुक्रवार को पटना के कदमकुआँ स्थित बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सभागार में डॉ० मिथिलेश कुमारी मिश्र स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। हिन्दी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवाओं के लिए बहुभाषाविद् कवयित्री एवं लेखिका डॉ० मिथिलेश कुमारी मिश्र की जयंती पर 1 दिसंबर (शुक्रवार) को आयोजित समारोह में कवयित्री सुधा कुमारी जूही के काव्य–संग्रह ‘समंदर का शहर’ का लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री संजय कुमार, सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ० अनिल सुलभ, उपाध्यक्ष डॉ० शंकर प्रसाद, डॉ० किशोर सिन्हा, श्री कुमार अनुपम , कर्णप्रिय पत्रिका के संपादक डॉ० विनय कर्ण, डॉ० पुष्पा जमुआर, श्रीमती चंदा मिश्रा, श्री कृष्ण बल्लभ लाल ‘सुमन’, कवयित्री सुधा कुमारी ‘जूही’ एवं उनकी माँ श्रीमती रंजना देवी द्वारा किया गया। पुस्तक के लोकार्पण से पहले श्रीमती चंदा मिश्रा द्वारा सरस्वती वंदना की गई।
इस सम्मान समारोह में कवयित्री सुधा कुमारी जूही को डॉ० अनिल सुलभ एवं न्यायमूर्ति (अ. प्रा.) श्री संजय कुमार द्वारा डॉ० मिथिलेश कुमारी मिश्र स्मृति सम्मान, शॉल एवं पुष्प गुच्छ के साथ-साथ स्मृति चिन्ह ‘काव्य साधना सम्मान’ प्रदान किया गया।
इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ, जिसमें शायरा तलत परवीन, कुमार अनुपम, कुन्दन मल्लिक, अरविंद कुमार अकेला,डॉ. पुष्पा जमुआर आदि कवियों-कवयित्रिओं
ने अपनी रचनाएं सुनाकर उपस्थित श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। किंतु कवयित्री सुधा कुमारी जूही ने अपने जोश भरे स्वर और ओजस्वी शैली में जब काव्यपाठ किया तो उनके हुंकारों से प्रेक्षागृह का पूरा वातावरण ऊर्जस्वित हो उठा।
इस सारस्वत उत्सव में श्री राजेश कुमार कंठ, रतन कुमार कर्ण, श्रीमती मंजू कर्ण, लीला कर्ण, ज्योति कुमारी, प्रो. सुशील कुमार झा, अशोक कुमार शर्मा, कविता कर्ण आदि अनेक साहित्यानुरागियों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से समारोह का सम्मान बढ़ाया। समारोह के अंत में सम्मेलन के अर्थ मंत्री प्रो. सुशील कुमार झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।