सुबोध,

किशनगंज 18 अप्रैल । किशनगंज में लोकसभा चुनाव के दुसरे चरण के मतदान 26 अप्रैल को होगी।इस निमित क्षेत्र में राजनैतिक दलों के द्वारा चुनाव प्रचार एवं जन संपर्क अभियान तेज हो गई है। इसी कड़ी में विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओं द्वारा दिए गए बयान भी शोशल मिडिया पर धरल्ले से वायरल हो रहा हैं।एक बयान शोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है।किशनगंज लोकसभा प्रभारी सह बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान द्वारा शोशल मिडिया पर बयान है कि बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुमति के बिना सीएए कानून लागू नहीं होगा।इस बयान पर बीजेपी समर्थक मतदाताओं को आप्पत्ति है। मंत्री के बयान पर बीजेपी समर्थक मतदाता भड़के।
यहां के बीजेपी समर्थक मतदाताओं की ओर से ऐसे बयानों पर प्रतिक्रिया आयी है कि जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(एनडीए ) समर्थित पार्टी “जनता दल यूनाइटेड” जद(यू) है। केन्द्र में एनडीए सरकार के द्वारा ही सीएए कानून लागू हुई है।तो फिर क्यों बिहार की एनडीए सरकार में जद(यू)कोटे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान द्वारा शोशल‌ मिडिया पर वायरल है बयान कि सीएए बिहार में तभी लागू होगा जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुमति मिलेगी। मंत्री जमां खान द्वारा दिए गए वायरल बयान पर बीजेपी समर्थक मतदाताओं को हजम नही हो रही है और बीजेपी समर्थक मतदाता एनडीए के प्रत्याशी पर ही सवाल खड़ा कर रहें हैं कि केन्द्र और बिहार राज्य में एनडीए सरकार फिर गठबंधन के नेता द्वारा केन्द्र की एनडीए सरकार के द्वारा लागू सीएए कानून पर एक मत क्यों नहीं। जबकि सीएए कानून से यहां के अल्पसंख्यक मतदाताओं को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा सकता है। अच्छा तो यह होता कि यहां के अल्पसंख्यक मतदाताओं को सीएए की सच्चाई बताकर अपने पक्ष में किया जा सकता था। लेकिन ऐसा नहीं देखा जा रहा है । इसलिए एनडीए गठबंधन जद(यू)प्रत्याशी के पक्ष में आए किशनगंज लोकसभा प्रभारी सह बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान द्वारा दी गई बयान पर सफाई आनी चाहिए। अन्यथा आने वाले समय में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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