vijay shankar
पटना. पूर्व विधान पार्षद व भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. रणबीर नंदन ने राहुल गांधी द्वारा विदेशी धरती पर भारत का अपमान करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रो. नंदन ने कहा कि देश विरोधी कार्य राहुल गांधी की आदत में शुमार हो चुका है। वे लगातार देश के विरोध वाले बयान देते हैं और भारत माता का शीश झुकाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। वाशिंगटन में राहुल गांधी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समान अवसर नहीं थे। वे किस अवसर की बात कर रहे हैं? क्या वे यह कह रहे हैं कि जनता ने उन्हें नहीं नकारा है? राहुल गांधी स्पष्ट करें कि उन्हें कानूनन क्या परेशानी हुई।
प्रो. नंदन ने कहा कि राहुल गांधी झूठ बोलने में माहिर हैं और वे लगातार यही करते हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में हिंदुओं का अपमान किया। जो व्यक्ति ऐसा करे उससे हिंदुस्तान के भले की बात करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है। लेकिन राहुल गांधी लीडर ऑफ ऑपोजिशन के संवैधानिक पद पर बैठकर संविधान को तार तार कर रहे हैं। राहुल गांधी पूरी तरह से हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और भारतीय संविधान विरोधी कार्य करने वालों के सरगना बन चुके हैं। राहुल गांधी को हिंदुस्तान की संस्कृति नहीं पश्चिम की संस्कृति से मतलब है।
प्रो. नंदन ने कहा सितंबर 2023 में बेल्जियम में राहुल गांधी ने कहा कि 2014 के बाद भारत में भेदभाव और हिंसा बढ़ी है। जबकि इतिहास गवाह है कि भेदभाव और हिंसा की आग में भारत को कांग्रेस की सरकारों ने झोंका है। कश्मीर से हिंदुओं का निर्वासन हो, देश भर में सिखों का कत्लेआम हो या अलग अलग राज्यों में दंगे, कांग्रेस ने हमेशा वोट के तुष्टिकरण के लिए भारत में अशांति रखने की कोशिश की है।
मार्च 2023 में लंदन दौरे पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार के खिलाफ सवाल करने वालों पर हमला होता है। यह भी पूरा झूठ है। सरकार के खिलाफ सवाल पर सरकारें कांग्रेस ने गिराई है। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर कोई आजाद है।
मार्च 2018 में मलेशिया में राहुल गांधी ने कहा कि वो पीएम होते तो नोटबंदी की फाइल फेंक देते। फाइल फेंकना जैसी बात एक तानाशाह कर सकता है। राहुल गांधी को आदत है कि पीएम नहीं होते हुए भी ऑर्डिनेंस उन्होंने मीडिया के सामने फाड़ा है। लेकिन मोदी सरकार में अलोकतांत्रिक कार्यों की अनुमति नहीं है।
प्रो. नंदन ने कहा कि भारत की जितनी बुराई हो सकती है, राहुल गांधी कर रहे हैं। जबकि लोकतंत्र में यह पाप है और ऐसे पाप लगातार करने वाले राहुल गांधी आदतन पापी बन चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष कभी ऐसी बयानबाजी करे, जिससे उसके देश की गरिमा को ठेस पहुंचे, यह सोचना भी किसी देशभक्त के लिए आसान नहीं है।
प्रो. नंदन ने नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि जी20 के मंच पर जब माननीय प्रधानमंत्री जी ने नीतीश जी को आमंत्रित किया तो वे गए और शानदार तरीके से सबसे मिले। जब उस समय मैंने यह बात कही थी तो भाजपा के कुछ विरोधी टूट पड़े थे, बिलबिला उठे थे। यह अलग बात है कि आज वे विरोधी भाजपा की कृपा पर ही सत्ता सुख भोग रहे हैं।
प्रो. नंदन ने कहा कि विपक्ष सत्ता की नीतियों का विरोध करे तो बात समझ आती है लेकिन राहुल गांधी सत्ता की नीतियों की बजाय देश का विरोध करने लगे हैं।