संजय श्रीवास्तव
आरा। 8 सितंबर को महंथ महादेवानंद महिला महाविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर महाविद्यालय के NSS ईकाई 1, ईकाई 2 द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्राचार्य प्रोफेसर नरेंद्र प्रताप पालित , डॉक्टर अलीमुल हक, डॉक्टर स्मृति चौधरी, डॉक्टर सुधा निकेतन रंजनी व दिनकर शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्राचार्य प्रोफेसर पालित ने अतिथियों का स्वागत पुस्तक व पौधा भेंट कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रोफेसर पालित ने अपने स्वागत भाषण में साक्षरता दर का ब्यौरा देते हुए बताया कि बिहार की साक्षरता दर सबसे कम है। उन्होंने इसका दर बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके लिए शिक्षा का अधिक प्रचार – प्रसार करें। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि शिक्षा का शिक्षा का प्रचार प्रसार कर हम विकसित समाज, विकसित राज्य की संरचना का निर्माण करें।डॉक्टर स्मृति चौधरी ने कहा कि साक्षरता कोई फूल नहीं जो अपने लिए तोड़ लिया व सजा लिया बल्कि एक बीज है जो समाज को संवारने का काम करता है। मुख्य वक्ता डॉ अली मुल हक ने शिक्षा के लिए तकनीक के ज्ञान को आज के लिए जरूरी बताया। डिजिटल साक्षरता विजन पर विस्तार से बताया। उन्होंने एआई टूल्स किस प्रकार कार्य करता है, साइबर सुरक्षा, साइबर बुलिंग, ऑनलाइन अपराध आदि के बारे में सबको सजग रहने की सलाह दी। हिंदी विभाग की छात्रा जूही कुमारी ने भोजपुरी भाषा में साक्षरता के महत्व पर एक मधुर गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद दिनकर शर्मा द्वारा प्रेमचंद की कहानी ‘बड़े भाई साहब ‘ का एकल नाट्य का सफल मंचन किया गया। जिसे देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर सुधा निकेतन रंजनी ने किया। मंच संचालन खुशी तथा अल्पना ने की। इस अवसर पर प्रोफेसर राजीव कुमार, डॉक्टर विजय श्री,डॉक्टर वीणु, डॉक्टर विजय बहादुर, डॉक्टर शिल्पा, डॉक्टर प्रियंका,डॉक्टर अवधेश, डॉक्टर मनोज कुमार, डॉ अस्मिता, डॉ स्नेहा, डॉ सदिया, डॉक्टर राजबाला, आदि उपस्थित थे।
