नंगद रुपए के अलावे दो दर्जन भूखंड भी खरीद रखे थे बैंकों में जमा बेशुमार पैसे का पता चला, आकलन का काम जारी
विश्वपति
पटना। बिहार में भ्रष्ट अफसरों की पोल खुलने जा रही है। इन अफसरों को पिछले वर्ष ही चिन्हित किया गया था। उन्हीं चिन्हित अफसरों पर छापेमारी का क्रम जारी है।
खान विभाग के अफसर के बाद भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर पिछले 2 दिनों से छापेमारी में करोड़ों रुपए की संपत्ति का पता चला है।
संपत्ति के आकलन का काम भी जारी है। निगरानी विभाग द्वारा भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मदन कुमार के ठिकानों पर छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है.
निगरानी ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आरोपी भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मदन कुमार के यहां छापा में इंजीनियर के कार्यालय से 6.75 लाख रुपये और आवास से सात लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं.
सोना-चांदी के आभूषण, 10 बैंक खाते जिसमें करीब 98 लाख रुपये हैं और जमीन में निवेश के 21 दस्तावेज भी मिले हैं.
आरोपी अभियंता मदन कुमार भवन निर्माण विभाग पाटलिपुत्र भवन प्रमंडल में कार्यपालक अभियंता के पद पर तैनात हैं. निगरानी के अनुसार इन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आय के वैध स्रोतों के अलावा 2.26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की है.
निगरानी ब्यूरो ने इनके खिलाफ निगरानी थाने में केस दर्ज किया.
कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद गोला रोड स्थित वृंदावन कालोनी के दो मंजिला मकान के चार फ्लैट पर धावा बोला गया. दूसरी टीम ने इसके कार्यालय पर छापा मारा.
छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों से पता चला है कि आरोपी अभियंता ने अपने रिश्तेदारों के नाम से जमीन के 21 प्लाट खरीदे हैं. निगरानी ने दावा किया है कि उनके यहां तलाशी जारी है और यहां से और संपत्ति मिलने की उम्मीद हैं.
गौरतलब है कि इंजीनियर मदन कुमार ने अपनी इस संपत्ति का ब्योरा वार्षिक संपत्ति विवरण में भी नहीं दिया था. छापेमारी का दौर जारी रहेगा। विभाग के दो और अफसरों को भी इस मामले में चिन्हित किया गया है।