vijay shankar

पटना : जानकी जन्मस्थान के कायाकल्प के लिए बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों में सहयोग करने के लिए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को चिट्ठी लिखने वाले हैं। अपने एक्स हैंडल से इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने आज लिखा है कि माता जानकी मन्दिर के नवनिर्माण के बारे में भाजपा नेताओं से बार-बार आग्रह करने के बाद भी उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। न तो उनके मुंह से इस मुद्दे पर कोई बोल फूट रहे हैं और न ही उन्होंने इस काम में सहयोग करने की मंशा दिखायी है। इससे स्पष्ट है कि बिहार भाजपा के नेताओं के मन में माता सीता के लिए कोई श्रद्धा नहीं है।

उन्होंने लिखा है कि माता जानकी जन्मस्थान के नवनिर्माण में बिहार भाजपा के नेताओं के पल्ला झाड़ने के बाद अब हमारी उम्मीदें प्रधानमंत्री मोदी जी से हैं। भले ही राजनीतिक कारणों वह बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे रहे हैं लेकिन हमें पूरी उम्मीद है कि इस मामले में वह जनभावनाओं का ख्याल रखते हुए, राजनीति से ऊपर उठ कर बिहार की मदद अवश्य करेंगे। एक-दो दिन में ही उन्हें इस विषय पर पत्र लिखा जाएग।

जदयू महासचिव ने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी को लिखे पत्र में हम उन्हें जानकी जन्मस्थान के पुनरोद्धार के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी द्वारा किये गये कार्यों से अवगत भी करायेंगे। जब बिहार गरीब होने के बाद भी माता सीता के नाम पर 72 करोड़ से अधिक खर्च कर सकता है तब केंद्र को तो इससे कई गुणा अधिक राशि इस पुण्यकार्य के लिए देनी चाहिए। वास्तव में प्रभु श्री राम के जीवन में माता सीता के महत्व को देखते हुए जानकी मन्दिर पर राम मन्दिर से कुछ अधिक ही राशि लगनी चाहिए।

उन्होंने लिखा कि सबसे अच्छी बात तो यह होगी कि राममन्दिर के लोकार्पण से पहले ही जानकी मन्दिर के नवनिर्माण की पहली ईंट रख दी जाए। तभी भगवान श्री राम भी प्रसन्न होंगे और माता सीता का मान भी बढ़ेगा। प्रधानमंत्री जी को लिखी चिट्ठी में इस विषय की भी जानकारी दी जायेगी।

उन्होंने लिखा कि सीताराम के काम में किसी को राजनीति नहीं देखनी चाहिए। यह भारत के 140 करोड़ लोगों की श्रद्धा का विषय है। इसलिए राजनीति से परे हट कर हर किसी को इसमें हाथ बंटाना चाहिए।

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