धनबाद ब्यूरो

धनबाद : स्टेट अर्बन डेवलपमेंट ऑथोरिटी (सुडा) के निदेशक सह स्मार्ट सिटी रांची के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में न्यू टाउन हॉल में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को जोड़कर एक विश्वस्तरीय शहर बनाने का रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी को आधुनिक ज्ञान का केंद्र के रूप में विकसित करना है। इसे एचईसी के 656 एकड़ भूखंड पर बनाया जा रहा है। यहां पर सारी आधुनिक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। श्री कुमार ने कहा कि झारखंड की राजधानी में विकसित हो रहे रांची स्मार्ट सिटी की पहचान आधुनिक ज्ञान के केंद्र और ट्रांजिट ओरिएंटेड शहर के रुप में होगी। इसके साथ ही यहां पर आईटी इनेबल्ड सेवाओं की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री और झारखंड सरकार चाहती है कि जन आकांक्षाओं के अनुरूप इस शहर का निर्माण हो इसलिए यहां पर हर आय वर्ग के लोगों के लिए आवासीय फ्लैट निर्माण को ध्यान में रखते हुए लैंड प्लॉट चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रोड, ड्रेनेज, यूटिलिटी सर्विसेज, जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति के लिए विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना का निर्माण अंतिम दौर में है।
उन्होंने कहा धनबाद के निवेशक एक मजबूत दावेदारी ई ऑक्शन के माध्यम से स्मार्ट सिटी में प्रस्तुत करें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने कहा कि धनबाद के निवेशकों में काफी क्षमता है। रांची स्मार्ट सिटी एक ऐसा सुनहरा मौका दे रहा है जिससे स्थानीय स्तर पर विकास में भागीदारी के इच्छुक निवेशक अपने ही राज्य में निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से राज्य सरकार रांची को आधुनिक शिक्षा का केंद्र बना रही है। इसमें धनबाद का भी महत्वपूर्ण योगदान होना चाहिए। स्मार्ट सिटी की ओर से सहयोग के लिए धनबाद जिला प्रशासन आपके और स्मार्ट सिटी के बीच एक ब्रिज का काम करेगा। इससे पहले स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक राकेश कुमार नंदकुलयार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए स्मार्ट सिटी योजना की पूरी जानकारी निवेशकों के समक्ष रखी और आश्वस्त किया कि अगर कोई तकनीकी दिक्कत होती है तो जगह-जगह पर स्मार्ट सिटी की ओर से आपको फैसिलिटेट किया जाएगा। कार्यक्रम में सीईओ स्मार्ट सिटी की ओर से जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं की ओर निवेशकों का ध्यान आकृष्ट कराया गया वे इस प्रकार हैं।
रांची स्मार्ट सिटी आधुनिक ज्ञान का केंद्र बनेगा, विश्व के टॉप हंड्रेड यूनिवर्सिटी का कोई भी एक विश्वविद्यालय अगर दिलचस्पी दिखाता है तो उसे ₹1 में 25 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। शैक्षणिक क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियां शैक्षणिक क्षेत्र के लिए चिन्हित प्लॉट्स पर ऑक्शन करेंगे तो उनका कीमत आवासीय की तुलना में एक तिहाई रखा गया है। रांची ट्रांजिट ओरिएंटेड शहर के रूप में विकसित होगा। किसी भी प्लॉट 400 मीटर की दूरी के अंदर ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध होगा।
निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जीआईएस सब स्टेशन का निर्माण हो रहा है। कोई भी तार स्मार्ट सिटी के अंदर ओवरहेड वायर के रूप में नहीं दिखाई देगा।
सभी यूटिलिटी सर्विसेज यूटिलिटी डक्ट के अंदर से होकर हर प्लॉट तक पहुंचेगा। कार्यक्रम में हुबन मल्लिक, अमितेश सहाय, अमित डोकानिया, डॉ. एम रॉय, रामकुमार अग्रवाल, कमल टंडन, लोहित कुमार, राजेश गुप्ता समेत आवासीय क्षेत्र, शैक्षणिक क्षेत्र, स्वास्थ्य क्षेत्र, होटल और हॉस्पिटैलिटी, कमर्शियल क्षेत्र में काम करने वाले लगभग डेढ़ सौ संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कई संस्थानों के प्रतिनिधियों ने स्मार्ट सिटी की इस पहल की प्रशंसा के और निवेश के प्रति अपनी इच्छा जताई। कार्यक्रम में नगर आयुक्त श्री सत्येंद्र कुमार भी मौजूद थे।

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