कल पहलेजा घाट पर होगा अंतिम संस्कार, श्रद्धांजलि देने वालों का ताँता
विजय शंकर
पटना । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के लोकप्रिय राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि नंदन सहाय उर्फ अमर भैया अब हमारे बीच नहीं रहे । आज 24 फरवरी को 11:34 मिनट पर पटना के पारस हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली । कायस्थ समाज के सभी लोग इन्हें प्यार से अमर भैया कहते थे । वे अब हमारे बीच नहीं रहे मगर उनकी समाज सेवा सदैव लोग याद करेंगे । पूरा कायस्थ महापरिवार मर्माहत हैं । उनका अंतिम संस्कार कल पहलेजा घाट, जिला वैशाली में किया जायेगा जिसमें उनके परिवार , कायस्थ महासभा के लोग और मित्र-शुभचिंतक शामिल होंगे ।
उनके बेली रोड स्थित निवास तारामंडल के सामने उनके पार्थिव शरीर को दर्शनार्थ रखा गया है । जहाँ बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुँच रहे हैं ।
प्रदेश सचिव, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश सचिव मनीष कुमार ने बताया कि कल 25 फ़रवरी 21 को रविनंदन सहाय जी का पार्थिव शरीर प्रातः 7.30 बजे पटना ले जाया जायेगा । सबसे पहले बाघी दरबार में पार्थिव शरीर रखा जायेगा और फिर मंदिर से श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय जायेगा । वहां से सहाय भवन और फिर चित्रगुप्त मंदिर, छाता चौक ले जाया जायेगा । उसके बाद तिरहुत शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय में दर्शनार्थ रखा जायेगा जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए पहलेजा घाट ले जाया जाएगा ।
स्व. रवि नंदन सहाय उर्फ अमर भैया को कभी पैसे का घमंड नहीं था और सबको लेकर हमेशा चलते थे । अपने समाज को सशक्त बनाने के लिये वे हमेशा प्रयास करते थे । समाज की बात को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने में कभी पीछे नहीं रहते थे और दमदार तरीके से बातों को रखते थे ।
उल्लेखनीय है कि पटना व बिहार का कायस्थ परिवार में सबसे प्रतिष्ठित परिवार रहा है । इनके पिता के. एन. सहाय पटना के सात बार मेयर रहे थे । इनके दादा श्याम नन्दन सहाय देश की आजादी के बाद संविधान संरचना के लिए बनायी गयी संविधान सभा की समिति के सदस्य थे और और देश के संविधान को बनाने में भी इनका सहयोग था । प्रस्तावित संविधान की कापी में श्यामनंदन सहाय के भी हस्ताक्षर हुए थे और उसकी मूल प्रति आज भी स्व रवि नंदन सहाय उर्फ अमर भैया ने घरपर सुरक्षित रखी थी ।
इनके निधन पर शोक जताने वालों का ताँता लगा है । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक ए.सी. भटनागर और विशेष सलाहकार व वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र बच्चन ने रविनंदन सहाय के निधन को कायस्थ समाज के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा है कि सहाय जी के योगदान की जितनी भी सराहना की जाए वह कम होगी।
चित्रगुप्त सामाजिक संस्थान के प्रधान सचिव कमल नयन श्रीवास्तव ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और कहा है कि उनके योगदान को हमलोग कभी भुला नहीं पाएंगे । उनकी कमी को पूरी नहीं की जा सकती है। भगवान् उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें और उनके शोक संतप्त परिवार एवं समाज के लोगो को इस दुख की इस घड़ी को सहने की भगवान शक्ति दें । ॐ शान्ति, शान्ति शान्ति शान्ति: