डीएम व एसएसपी द्वारा की गयी दानापुर अनुमंडल में विधि-व्यवस्था की समीक्षा
विधि-व्यवस्था संधारण से कोई समझौता नहीं; भूमि विवाद के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन एवं अनुश्रवण करेंः डीएम व एसएसपी ने दिया सभी पदाधिकारियों को निदेश
प्रशासन, पुलिस, राजस्व, निबंधन, खनन, मद्य-निषेध, परिवहन सहित सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच सार्थक समन्वय एवं सुदृढ़ संवाद की आवश्यकता; विभिन्न विभागों के पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करेंः डीएम व एसएसपी
vijay shankar
पटना : जिलाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा ने कहा है कि विधि-व्यवस्था संधारण से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। सभी पदाधिकारी इसके प्रति सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें। अधिकारीद्वय आज दानापुर अनुमंडल स्थित सभाकक्ष में इस विषय पर आयोजित अनुमंडल-स्तरीय एक बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। डीएम व एसएसपी ने कहा कि भूमि विवादों का प्रभावी निष्पादन एवं अनुश्रवण आवश्यक है। संबंधित पदाधिकारी- थानाध्यक्ष, अंचलाधिकारी, सहायक पुलिस अधीक्षक तथा अनुमंडल पदाधिकारी- उच्च प्राथमिकता के आधार पर इसका समाधान करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी पदाधिकारियों के विरूद्ध जिम्मेदारी निर्धारित कर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रशासन, पुलिस, राजस्व, निबंधन, खनन, मद्य-निषेध, परिवहन सहित सभी स्टेकहोल्डर्स के बीच सार्थक समन्वय एवं सुदृढ़ संवाद की आवश्यकता है। विभिन्न विभागों के पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करते हुए जनहित के मामलों में विशेष रूचि प्रदर्शित कर मामलों का नियमानुसार समाधान करें। अधिकारीद्वय ने कहा कि दानापुर अनुमंडल काफी तेज गति से विकास करता हुआ क्षेत्र है। जन-सुविधाओं की सुगम उपलब्धता के लिए सभी को सक्रिय रहना होगा। सुचारू यातायात प्रबंधन, शांति तथा विधि-व्यवस्था संधारण के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र 24×7 क्रियाशील रहे।
इस बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री अभिनव धीमान, अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर श्री प्रदीप सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक दानापुर दीक्षा, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था श्री राजेश रौशन, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अवर निबंधक, जिला खनन पदाधिकारी, उत्पाद अधीक्षक, अनुमंडल अंतर्गत सभी अंचलों के अंचलाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष तथा अन्य भी उपस्थित थे।
बैठक से पहले जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल कार्यालय का निरीक्षण किया गया। उन्होंने भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय, आरटीपीएस. आपूर्ति, निर्वाचन सहित विभिन्न कार्यालयों एवं शाखाओं का निरीक्षण किया और आवश्यक निदेश दिया।
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर श्री प्रदीप सिंह द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि जनवरी माह में भूमि विवाद के कुल 164 मामलों का निष्पादन किया गया है। शेष का निष्पादन प्रक्रियाधीन है। तीव्रगति से सभी भूमि विवादों का निवारण किया जा रहा है। सभी स्तरों पर भूमि विवादों के निवारण हेतु तत्परता से कार्य किया जा रहा है। उनके एवं सहायक पुलिस अधीक्षक के स्तर से इसका लगातार अनुश्रवण किया जाता है।
पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि केवल बैठक करना ही इसका उद्देश्य नहीं है। पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं संवेदनशीलता के साथ आप सभी लोक शिकायतों का निवारण करें। केवल निष्पादन से काम नहीं चलेगा। उनके लिए जनता की संतुष्टि अनिवार्य है। आप सभी पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भूमि विवादों के प्रभावी निष्पादन एवं अनुश्रवण के लिए सूक्ष्मतम स्तर पर निगरानी, भूमि विवाद के मामलों की गंभीरता का आकलन, अधिकारियों को प्राथमिक सूचना की विस्तृत जानकारी, भूमि विवाद निराकरण के संबंध में कृत कार्रवाई की समीक्षा, विवादित भूमि के पूर्ववृत (हिस्ट्री शीट) की जानकारी एवं भूमि विवाद समाधान का योजनाबद्ध क्रियान्वयन आवश्यक है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संयुक्त रूप से भूमि संबंधी मामलों का अनुश्रवण करें।