कलेक्टर सहित जनपद व जिला सीईओं को सौंपा ज्ञापन

Yogesh suryawanshi

कुरई/सुखतरा : कुरई बिकास खंड के आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुरई अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सुकतरा में पदस्थ रोजगार सहायक विजय सिंह बघेल को पद से हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को पंचायत के सरपंच, उपसरपंच एवं पंचों के नेतृत्व में लगभग डेढ़ सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों ने लामबंद होकर एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन कलेक्टर सहित जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद पंचायत कुरई के सीईओ को सौंपा है।

शासकीय योजनाओं के आवेदकों से मांगे जा रहे पैसे

ग्राम पंचायत सुकतरा के सरपंच श्रीमती ज्योति भलावी, उपसरपंच दुलीचंद देशमुख एवं ग्राम सभा निधि के अध्यक्ष लक्ष्मण धुर्वे सहित पंचों एवं ग्रामीणों ने सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया कि रोजगार सहायक विजय सिंह बघेल द्वारा पंचायत की बैठकों में बिना कारण बताये अनुपस्थित रहना, ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं से वंचित रखना, लाडली बहना योजना, समग्र आईडी, सबल कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे कार्यो के लिए आवेदकों से पैसे की मांग की जाती है।

आवास योजना से अधिकांश ग्रामीण वंचित

आगे बताया कि ग्राम में लगभग 350 परिवार निवास करते है जिसमें मात्र 49 परिवारों के ही पीएम आवास का निर्माण हुआ है। रोजगार सहायक द्वारा सिर्फ अपने हितैषियों के मकान बनवाये गये है बाकि लोग इस योजना से वचित है। स्थानीय निवासी होने के कारण शासकीय कर्मचारी होने के बाद भी विजय सिंह बघेल चुनाव में संलिप्त रहता है जिसके चलते इसे कुरई मु यालय में अटैच किया जा चुका है। रोजगार सहायक द्वारा ग्रामीणों से भेदभाव पूर्ण कार्य किया जाता है। ग्राम में निर्मित शौचालयों में अनेक अनियमितताएं बरती गई।

अपने आपकों सर्वेसर्वा समझता है रोजगार सहायक
ज्ञापन में आगे कहा गया कि रोजगार सहायक विजय सिंह बघेल पंचायत में अपने आपकों सर्वेसर्वा समझकर सरपंच, उपसरपंच और पंचों का भी कहना नहीं मानता। कार्यालय आने-जाने का कोई समय निश्चित नहीं है जिससे ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोजगार सहायक की अनियमितताओं के संबंध में अनेकों बार शिकायत की गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ज्ञापन में रोजगार सहायक विजय सिंह बघेल की अनियमितताओं को देखते हुए अन्यत्र स्थानांतरित किये जाने का आग्रह किया गया है अन्यथा ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच एवं पंच सभी कार्यों का बहिष्कार करते हुए सामूहिक रूप से इस्तीफा देने पर मजबूर होंगे।

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