मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक
बैठक के मुख्य बिन्दु:-
ऽ अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन तथा कोरोना संक्रमण में आगनबाड़ी सेविकाओं के उल्लेखनीय योगदान के लिये आई0सी0डी0एस0 बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया
ऽ बाल गृहों में चाइल्ड प्रोटेक्शन मैनेजमेंट इन्फाॅरमेशन सिस्टम/होम मैनेजमेंट इन्फाॅरमेशन सिस्टम लागू करने के लिये बिहार की राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च न्यायालय ने की प्रशंसा।
ऽ समाज कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचायें ताकि लोग उसका लाभ उठा सकें।
विजय शंकर
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने प्रस्तुतीकरण में विभाग की प्रमुख योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री सामाजिक सहायता एवं प्रोत्साहन छत्र योजना, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना, समेकित बाल विकास छत्र योजना, मुख्यमंत्री बाल संरक्षण छत्र योजना, मुख्यमंत्री वृहद सहायता छत्र योजना, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण छत्र योजना एवं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 तथा वित्तीय वर्ष 2020-21 की महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया।
अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने बताया कि अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन तथा कोरोना संक्रमण में आगनबाड़ी सेविकाओं के उल्लेखनीय योगदान के लिये आई0सी0डी0एस0 बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। वहीं बिहार के बाल गृहों में चाइल्ड प्रोटेक्शन मैनेजमेंट इन्फाॅरमेशन सिस्टम/होम मैनेजमेंट इन्फाॅरमेशन सिस्टम लागू करने के लिये बिहार की राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च न्यायालय ने प्रशंसा की है। बिहार माॅडल को पूरे देश में लागू करने के लिये राज्य से सहायता भी माॅगी जा रही है। बैठक में बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना की तर्ज पर देश के दस चयनित शहरों में भिक्षावृत्ति निवारण अभियान के नेशनल कैम्पेन को प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के बिहार माॅडल को केन्द्र की सरकार ने अपनाया है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं, लड़कियों, बच्चों, वृद्धजनों, दिव्यांगजनों सहित अन्य वर्गों के लिए भी लगातार काम किये जा रहे हैं। उनके लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। बच्चियों को पोशाक योजना, साईकिल योजना सहित अन्य कई लाभ दिए जा रहे हैं। राज्य में मैट्रिक में पढ़ने वाली छात्राओं की संख्या अब छात्रों से अधिक हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक पहुंचायें ताकि लोग उसका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के लिए तेजी से काम करें। वृहद बाल आश्रय योजना के तहत 12 जिलों में हो रहे निर्माण कार्य में तेजी लायें।
बैठक में समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, महिला विकास निगम की निदेशक श्रीमती हरजोत कौर, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।