स्पेशल पैकेज के नाम पर बिहार को गुमराह करने की कोशिश
नव राष्ट्र मीडिया
पटना 24 जुलाई
राजद के प्रदेश कार्यालय में आज आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन, मृत्यंजय तिवारी एवं आरजू खान ने कहा कि कल संसद में पेश केन्द्रीय आम बजट में स्पेशल पैकेज देने के नाम पर बिहार के लोगों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है। अधिकांश पुरानी योजनाओं को रिपैकेजिंग कर लगभग 58 हजार करोड़ का स्पेशल पैकेज दिखाया गया है।
राजद प्रवक्ताओं ने कहा कि हकीकत तो यह है कि बिहार के एनडीए सांसदों की तुलना में कम सांसदों वाली तेलगु देशम पार्टी ने स्पेशल पैकेज के रूप में अपने आन्ध्र प्रदेश के लिए बिहार से ज्यादा राशि और कई नयी योजनाएं लेने में कामयाब रहा जबकि बिहार को पुरानी योजनाओं को हीं पैकेज का हिस्सा बताकर बड़ी राशि दिखा दी गई।
उन्होंने कहा कि पीरपैंती ( भागलपुर) में पावर प्लांट लगाने का निर्णय मोदी जी के प्रधानमंत्रित्व में सरकार बनने के पहले का है। पीरपैंती (भागलपुर) , चौसा ( बक्सर) और कजरा ( लखीसराय) तीनों पावर प्लांट लगाने का निर्णय एक हीं समय लिया गया था। जिसे पिछले दस वर्षों से केन्द्र सरकार ठंडे बस्ते में डाले हुए था।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के कार्यकाल में 2022 में हीं पूर्णिया एक्सप्रेस वे का डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर मांग लिया गया था। इसी प्रकार तेजस्वी यादव ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर अगस्त 2023 में ही बक्सर -भागलपुर एक्सप्रेस वे को स्वीकृत करा लिया था। गया औद्योगिक कोरिडोर का निर्माण मई 2023 में ही शुरू हो चुका है और महाबोधि कोरिडोर भी एक साल पहले की योजना है।
श्री गगन ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने साल 2015 में जो स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी और जदयू – भाजपा नेताओं द्वारा दावा किया जा रहा है कि बिहार को वह मिल गया है तो उन्हें बताना चाहिए कि वह दिखाई क्यों नहीं पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री जी के उस विशेष पैकेज में बोधगया में आईंआईएम , भागलपुर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय, राजेन्द्र प्रसाद कषि विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय,676 किमी रेलवे लाइन, रक्सौल और पूर्णिया में हवाई अड्डा, सात पर्यटन सर्किट, 2775 किमी फोर लेन हाईवे, 12 रेलवे ओवरब्रिज, 22500 किमी ग्रामीण सड़क और एक लाख युवाओं के लिए मेगा स्किल विश्वविद्यालय सहित अनेकों योजनाएं शामिल थी उसका क्या हुआ ?
राजद प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के लिए विशेष रूप से आग्रह किया गया था। कल के विशेष पैकेज में उसकी भी चर्चा नहीं है और मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि उनकी सारी मांगें मान ली गई।
राजद प्रवक्ताओं ने कहा कि नीतीश जी ने बिहार की जनता के साथ जिस प्रकार से वादाखिलाफी किया है, बिहार की जनता इसे माफ नहीं करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विजय कुमार यादव, पार्टी के प्रदेश महासचिव निर्भय अम्बेडकर, अभिषेक कुमार, संजय यादव, मदन शर्मा ,प्रमोद राम, फैयाज आलम कमाल एवं डॉ प्रेम कुमार गुप्ता भी उपस्थित थे।