vijay shankar
पटना 3. अप्रैल ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जी जितनी बार बिहार आएंगे उतने हीं ज्यादा फायदा महागठबंधन को होगा। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जिन-जिन क्षेत्रों में मोदी जी का कार्यक्रम हुआ उन क्षेत्रों में एनडीए उम्मीदवारों की करारी हार हुई थी और महागठबंधन के उम्मीदवार विजयी हुए थे। इस बार तो एनडीए की स्थिति और भी ज्यादा खराब है। 2020 में एनडीए हाफ हुआ था 2024 में साफ होगा।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने सत्रह महिने के कार्यकाल में बिहार के लोगों के सामने नौकरी , जातीय जनगणना, आरक्षण में बढ़ोतरी, संविदा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के साथ हीं स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में सुधार का जो मिशाल कायम किया है , बिहार की जनता उसकी तुलना एनडीए के सत्रह साल के शासन से कर रहा है। सत्रह वर्षों तक बिहार में और दस वर्षों से केन्द्र की सत्ता में रहे एनडीए नेताओं को बोलने के लिए कोई शब्द नहीं है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि कल मोदी जी और नीतीश जी एक मंच पर होंगे तो निश्चित रूप से जनता यह जानना चाहेगी कि उस डीएनए का रिपोर्ट क्या आया जिस पर मोदी जी ने सवाल उठाया था और जदयू द्वारा बाल और नाखून दिल्ली भेजा गया था। बिहार की जनता यह भी जानना चाहेगी कि मोदी जी द्वारा 2014 में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के वादे के साथ हीं प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी, स्विस बैंक में जमा काले धन को लाकर सभी के खाते में 15 -15 लाख रुपए देने, किसानों की आय दूगना करने सहित अन्य वादे का क्या हुआ। नीतीश जी ने पटना विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग सार्वजनिक रूप से की गई थी,उसका क्या हुआ ?
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद जिसका जन्म हुआ है वह भी आज मतदाता बन गया है वह तेजस्वी जी के सत्रह महिने के कार्यकाल और एनडीए के सत्रह वर्षों के कार्यकाल को देख रहा है।