विजय शंकर
पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में मुख्य विपक्षी दल राजद का नेतृत्व के बहुस्तरीय संकट से गुजरना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं। फिलहाल न उनके बरी होने के आसार हैं, न जमानत मिलने के, फिर भी पार्टी किसी अन्य बेदाग व्यक्ति को अध्यक्ष नहीं चुन पा रही है।
राजद अपने इंटरनल पावर वार में इस कदर उलझा है कि वह गरीबों, पिछडों और किसानों से खुद को काट चुका है।
उनकी मानव श्रृखंला का विफल होना इसी का सबूत है।
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी, सांसद मीसा भारती और अन्य बडे नेताओं को जिस तरह से परिदृश्य से गायब रखा गया, उसकी बेचैनी ज्यादा दिन तक दबाये नहीं रखी जा सकती।
पार्टी यह तय नहीं कर पा रही है कि उसे छोटे और बडे राजकुमारों में से किसके साथ आगे बढना है?
लालू प्रसाद ने भरत को राज और राम को बनवास तो दे दिया, लेकिन आज का राम वनगमन के लिए तैयार कहाँ है?