बिहार और दिल्ली के साहित्य जगत में शोक की लहर 

रोहतास ब्यूरो

डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास) । सुप्रसिद्ध साहित्यकार और भारतीय प्रशासनिक सेवा से अवकाश प्राप्त अधिकारी , डाक्टर भगवती शरण मिश्र का कल सुबह नई दिल्ली में निधन हो गया । वे जिले के संझौली प्रखंड के बेनसागर गांव के रहने वाले थे । 81 वर्षीय मिश्र अपने पीछे एक भरा पूरा परिवार, जिसमे चार पुत्री और तीन बेटे शामिल हैं को छोड़ गए हैं । 

हिन्दी, इंग्लिश, बांग्ला और मैथिली के विद्वान रहे भगवती शरण मिश्र बिहार सरकार के राजभाषा विभाग के राजभाषा निदेशक, रहे थे । इसके अलावा हिंदी, भोजपुरी, मैथिली ग्रंथ अकादमी के प्रमुख के अलावा रेलवे मंत्रालय में भी अधिकारी रहे थे। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार होगा ।

उन्होंने १०० से भी ज्यादा पुस्तके और ग्रंथ लिखे थे,बिहार मैं राजभाषा निदेशक,हिंदी,भोजपुरी,मैथिली ग्रंथ अकादमी के प्रमुख और रेलवे मंत्रालय मै भी अधिकारी रहे। परिवार के सूत्रों ने बताया,उनका प्राणांत सोए मै ही हो गया था । 
 

उनके निधन पर सांसद गोपाल नारायण सिंह, छेदी पासवान, महाबली सिंह, करगहर विधायक संतोष मिश्रा, पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद, संजय पाठक, डॉक्टर गिरीश नारायण मिश्र, रमेश चौबे, राजेश्वर राज, बलराम मिश्र ने शोक संवेदना प्रकट किया है । सभी ने संवेदना जताते हुए कहा कि साहित्य जगत को हुए नुकसान की भरपाई फ़िलहाल संभव नहीं है । 

सुप्रसिद्ध साहित्यकार, मग-समाज के पुरोधा डॉ भगवती शरण मिश्र अब हमारे बीच नहीं रहे । सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.भगवतीशरण मिश्र,आई.ए.एस.(अ.प्रा.) अब हमारे बीच नहीं रहे। भारतीय प्रशासनिक अधिकारी, आख्यायिनी साहित्यिक मासिकी के सुधी सम्पादक और शताधिक कृतियों के कृतिकार (डॉ०) भगवतीशरण मिश्र का महाप्रयाण मग-समाज, साहित्य, तन्त्रविद्या और राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
ज्ञातव्य है कि पिछले वर्ष (अप्रैल, 2020) में ही उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी का दिल्ली में ही निधन हो गया था।

महासंघ-परिवार ने इनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक-संवेदना व्यक्त की है। इनमें सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दीपक उपाध्याय, मुख्य संरक्षक ब्रजबिहारी पाण्डेय, आचार्य लक्ष्मीनारायण पांडेय, आचार्य देवनाथ शास्त्री, प्रकाश कुमार मिश्र, प्रवक्ता चंदन मिश्र, स्वामी दिव्यज्ञान मिश्र, आचार्य कृष्ण, संजीव कुमार मिश्र, डॉ सुधांशु शेखर मिश्र, श्री रवींद्र कुमार मिश्र, डॉ बृज बिहारी पाठक, श्री मनोज कुमार मिश्र, श्री सीताराम पाठक, पंडित मृत्युंजय पाठक, श्री एम. के.मिश्र, संतोष मिश्र, अमरीष पाठक, जीतेश मिश्र के अलावे महासंघ के अन्य पदाधिकारी-गण शामिल थे।
डॉ. भगवती शरण मिश्र जी के निधन से महासंघ-परिवार मर्माहत है। वे अपने पीछे पुत्रों एवं पुत्रियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

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