ईटानगर । बीजेपी और जेडीयू के बीच गठबंधन है लेकिन भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में जनता दल (यूनाइटेड) को तगड़ा झटका दिया है। उसके छह विधायकों को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तोड़ लिया है। वहीं,पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश का एक विधायक भी पार्टी बदलकर बीजेपी में शामिल हो गया है। इस पार्टी दलबदल के बाद बिहार में भी विपक्ष को मसाला मिल गया है और वे कहने लगे हैं कि बिहार में भी भाजपा जदयू को अब निशाना बना लेगी और नीतीश सर्कार कि अब खैर नहीं है । कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड ने तो इसी बहाने नीतीश को बयान जारी कर आगाह भी कर दिया है ।
भाजपा में शामिल होने वाले जदयू विधायकों के नाम तलेम तबोह, जिक्के ताको, हयेंग मंगफी, दोर्जी वांग्डी खर्मा, डोंग्रु सियोंग्जु, कांगोंग ताकू शामिल हैं। वहीं भाजपा का दामन थामने वाले पीपीए विधायक का नाम कर्डो न्याग्योर है। पीपीए ने इस महीना के शुरू में न्याग्योर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया था।
बता दें,बिहार में जेडीयू और बीजेपी की साझा सरकार है। अरुणाचल में जेडीयू के 6 विधायकों को तोड़े जाने के बाद जेडीयू-बीजेपी के रिश्तों में एक बार फिर से खटास आ सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा और जदयू की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 125 सीटों के साथ कांटों के मुकाबले में बहुमत पाने में कामयाब रहा था। हालांकि इस चुनाव में नीतीश की अगुवाई वाले जदयू को काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन भाजपा ने जबर्दस्त कामयाबी हासिल की।जदयू ने विधानसभा चुनाव 2020 में 115 प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 43 जीते और 72 चुनाव हार गए।