बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रांगण में राज्य के Incubators की बैठक
vijay shankar
पटना : बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के द्वारा अपने प्रांगण में शनिवार को राज्य के Incubators की बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक इस बात पर विचार-विमर्ष करने हेतु आहूत की गयी कि किस प्रकार से आपसी सहयोग एवं समर्थन से अपने-अपने Incubation सेंटर के माध्यम से Startup Ecosystem को और मजबूती प्रदान की जा सकती है तथा राज्य के स्टार्टअप का और अच्छे ढंग से मार्गदर्षन एवं सहायता किया जा सकता है। बैठक में IIT, IIM, Bodh Gaya, AIC – Bihar Vidyapeeth, DMI, AMITY University जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों एवं उद्योग विभाग से सम्बद्ध consultant के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने बैठक में भाग ले रहे लोगों का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए बताया कि उक्त बैठक राज्य में Startup Ecosystem को आपसी तालमेल एवं सहयोग से और सुदृढ़ बनाये जाने पर विचार विमर्श करने के लिए रखी गयी है। अध्यक्ष ने बैठक में भाग ले रहे संस्थानों के प्रतिनिधियों से इस विषय पर उनका विचार आमंत्रित किया। विचार विमर्श के उपरांत यह बात सामने आयी कि सभी Incubators को एक साझा कार्यक्रम करने की आवश्यकता है तथा इस बात का प्रयास किया जाना चाहिए कि राज्य के स्टार्टअप्स को उनकी वित्तीय आवश्यकता के लिए Angel Investors, Venuture Capelist से connect कराया जाय। राज्य के स्टार्टअप्स को उनके उत्पाद के विपणन के लिए राज्य के बाहर बाजार उपलब्ध कराये हेतु साझा प्रयास किया जाना चाहिए। विचार विमर्श के क्रम में इस बात का भी अनुभव किया गया कि राज्य के युवा पीढ़ी में उद्यमिता के प्रति रूचि उत्पन्न करने के लिए आवश्यक है कि स्कूलों तथा प्रोफेशनल कॉलेजों में उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किया जाय तथा उन्हें उद्यमिता को केरियर के रूप में अपनाने के प्रति प्रोत्साहित किया जाय।
इस बात को भी रेखांकित किया गया कि राज्य में प्रतिभा तथा आइडिया की कमी नहीं है, आवश्यकता सिर्फ इस बात की है कि हम सभी incubators अपने अपने यहां उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुए आइडिया रखने वाले स्टार्टअप्स का मार्ग दर्शन एवं मेटरींग किये जाने के लिए एक खाका तैयार किया जाय। स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने के लिए अच्छे पब्लिक रिलेशन का भी महत्त्व है। हम सबों को राज्य के स्टार्टअप्स को अभी से महत्त्व देते हुए उचित दिशा निर्देश दिए जाने की जरूरत है। भविष्य के उद्यमी आज के स्टार्टअप्स ही है।
बीआईए के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी ने कहा कि राज्य में आपसी सहयोग से विभिन्न जगहों पर Tinkering Lab की स्थापना किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि सभी incubators कम से कम 4-5 स्टार्टअप्स का चयन करे तथा उनके द्वारा सामना की जा रही व्यवहारिक कठिनाई पर साझा रूप से विचार विमर्श करने तथा उसके निदान के लिए प्रयास करना चाहिए।
BIA VenturePark के सदस्य सचिव सुबोध कुमार ने startup ecosystem को मजबुती प्रदान करने के लिए वनजतमंबी कार्यक्रम किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा इसके लिए सभी outreach को एक साथ मिल कर प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आवश्यकता आने पर बीआईए में Debt clinic की स्थापना की जा सकती है।
बीआईए के पूर्व महासचिव आशीष रोहतगी ने अपना विचार देते हुए कहा कि राज्य के स्टार्टअप को अन्य प्रदेशों स्थित venture Capitalist से वित्तीय सहयोग उपलब्ध हो सके। इसके लिए आवश्यक है कि Incubators आपसी सहयोग के माध्यम से Co-investing की व्यवस्था प्रारंभ की जाय।
कार्यक्रम में नवल किशोर चौधरी, AIC Bihar Vidyapeeth की ओर से प्रमोद कर्ण, IIT से श्री जोसेफ, DMI से श्री राजेशवरन, Amity University से श्री रविशेखर के साथ उद्योग विभाग से सम्बद्ध कंसलटेंट सुदर्शन ने भाग लिया तथा अपने विचार रखे।