cpiml : भाजपा के खिलाफ जनान्दोलनों का मजबूत स्वर बनने का लें संकल्प : कुणाल

cpiml : भाजपा के खिलाफ जनान्दोलनों का मजबूत स्वर बनने का लें संकल्प : कुणाल

माले के संस्थापक महासचिव का.चारु मजूमदार की शहादत की 51वीं वर्षगांठ पर पूरे राज्य में कार्यक्रम

पटना : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के संस्थापक महासचिव कॉमरेड चारु मजूमदार की शहादत की 51वीं वर्षगांठ पर आज पूरे राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव में फासीवादी भाजपा की मुकम्मल हार सुनिश्चित करने के लिए भाकपा – माले को जनान्दोलनों का मजबूत स्वर बनाने के आह्वान के साथ कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पार्टी की ओर से जारी संकल्प का पाठ भी किया गया.

राज्य कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल, वरिष्ठ पार्टी नेता केडी यादव, AIPWA की महासचिव मीना तिवारी, सरोज चौबे, संतोष सहर, राजाराम, मनमोहन कुमार, संतलाल, प्रकाश कुमार, विभा गुप्ता आदि नेतागण उपस्थित थे.

मौके पर राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि साल की शुरुआत पटना में 11वें पार्टी महाधिवेशन के आयोजन से की गई थी. हमारे पार्टी महाधिवेशन द्वारा दिये गए नारे- “लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ” की अनुगूंज, आज पूरे देश में सुनाई दे रही है. भारत के विभिन्न हिस्सों में आज के ज्वलंत सवालों पर शक्तिशाली प्रतिरोध और संघर्ष प्रस्फुटित हो रहे हैं. हमारे महाधिवेशन से शुरू की गयी विपक्षी पार्टियों की व्यापक आधार वाली एकता की पहल व गति पकड़ चुकी है.

विभिन्न पार्टियों की दो दौर की बैठकों के बाद एक व्यापक गठबंधन, इंडिया के नाम के साथ, आकार ग्रहण कर रहा है. गैर भाजपाई दलों की व्यापक शृंखला के साथ, हमारी पार्टी इस गठबंधन का प्रतिबद्ध घटक है. इस प्रक्रिया को आगे ले जाने के लिए हम अपने प्रयासों को तीव्रऔर अपनी भूमिका का विस्तार करेंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि ज़मीनी स्तर के पार्टी ढांचों- पार्टी ब्रांच और पार्टी लोकल कमेटी- पर ज़ोर देना है. सामने मौजूद निर्णायक चुनावी लड़ाई में जबर्दस्त जनगोलबंदी सुनिश्चित करवाने की यही कुंजी है.

अन्य वक्ताओं ने कहा कि मोदी हुकूमत के पिछले नौ सालों में भारत की जनता ने जबर्दस्त प्रताड़ना झेली हैं.  राज्य द्वारा थोपी गयी जन विरोधी नीतियों व दमनकारी हथकंडों तथा नरमेधी दस्तों द्वारा फैलाई जा रही घृणा, हिंसा व भय, एवं संघ-भाजपा द्वारा घृणा अभियान के जरिये उकसायी गयी भीड़ ने देश को अभूतपूर्व संकट में डाल दिया है. जम्मू-कश्मीर में जो हुआ और मणिपुर में मई 2023 से जो हो रहा है, वो कोई अलग-थलग मामलों के उदाहरण नहीं हैं; अगर भाजपा का राज और प्रभुत्व जारी रहा तो पूरे भारत में क्या होगा, इसकी झलक हमारे सामने है.

इसलिए हमें अपनी पूरी ताकत व ऊर्जा, साहस और प्रतिबद्धता को एकत्र करना होगा ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया जा सके और मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल किया जा सके.

राज्य कार्यालय के अलावा आशियाना नगर, दीघा, जक्कनपुर, चितकोहरा, अशोकनगर आदि इलाकों में भी कार्यक्रम आयोजित हुए.

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