Patna: सड़क सुरक्षा मानकों का क्रियान्वयन हर हाल में सुनिश्चित करेंः डीएम

डीएम की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक, नियमित तौर पर सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने का दिया गया निदेश
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को गोल्डेन आवर में सहायता पहुँचाने वाले गुड समैरिटन को प्रोत्साहित करने का डीएम ने दिया निदेश
विजय शंकर
पटना। अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति-सह-जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने सड़क सुरक्षा के लिए नागरिकों के बीच नियमित तौर पर जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया है। वे आज समाहरणालय में आयोजित समिति की बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि ऐसी बैठकों का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। उन्होंने कहा कि समाज में उन्मुखीकरण कार्यशाला तथा जागरूकता अभियान से दुर्घटनाओं को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। उन्होंने हर हाल में सड़क सुरक्षा के मानकों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि अधिकांश मामलों में सड़क दुर्घटना के दौरान घायल व्यक्ति को तुरंत सहायता नहीं पहुँचाये जाने के कारण उनकी मृत्यु हो जाती है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना पीड़ित को अस्पताल पहुँचाने वाले सज्जन (गुड समैरिटन) को जिला प्रशासन द्वारा नियमित तौर पर प्रोत्साहित, सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि ये समाज में सड़क सुरक्षा के ब्रैण्ड एम्बेसडर हैं। जिला परिवहन पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को ससमय तथा गोल्डन आवर में सहायता एवं जीवनरक्षार्थ रक्तदान करने वाले आमलोगों को चिन्हित एवं पुरस्कृत करने की प्रक्रिया अनवरत जारी रखें।
जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि हेल्मेट/सीट बेल्ट, वाहन फिटनेस, प्रदूषण, परमिट, बीमा, चालक अनुज्ञप्ति, अवयस्क द्वारा वाहन चलाने पर विशेष जाँच अभियान नियमित तौर पर चलाया जा रहा है। उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध शमन की कार्रवाई करते हुए राशि की वसूली की जाती है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 से अब तक लगभग दस हज़ार वाहनों की जाँच की गयी। मोटरयान निरीक्षकों द्वारा प्रदूषण जाँच केन्द्रों की समय-समय पर जाँच की जाती है।
डीएम डॉ. सिंह ने ओवरस्पीडिंग (उच्च गति) एवं ओवरलोडिंग पर सख्ती से रोक लगाने का निदेश दिया। उन्होंने दुर्घटना-प्रवण क्षेत्रों का अध्ययन एवं विश्लेषण कर दुर्घटना को रोकने के लिए समुचित कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने हेल्मेट/सीट बेल्ट, वाहन फिटनेस, प्रदूषण, परमिट, बीमा, चालक अनुज्ञप्ति, अवयस्क द्वारा वाहन चलाने पर समय-समय पर विशेष जाँच चलाने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में सड़क दुर्घटना मे घायल व्यक्तियों के समुचित इलाज की व्यवस्था उपलब्ध है। आपात नम्बर सेवा 112 काफी उपयोगी है। दुर्घटना की स्थिति में इससे घायलों को तुरत सहायता मिलती है।
डीएम डॉ. सिंह ने निर्धारित पार्किंग स्थलों में ही वाहन पार्किंग सुनिश्चित कराने का निदेश दिया। उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों की मरम्मति पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि जेब्रा क्रॉसिंग को सुगोचर बनाने के लिए समय-समय पर इसे पेंट कराया जाए। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि संकेतक जगह-जगह लगना सुनिश्चित रहे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सीट बेल्ट, हैलमेट आदि के उपयोग के लाभों पर जागरूकता शिविर आयोजित कर आम नागरिकों को सडक सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है। उन्होेंने कहा कि यातायात सुरक्षा मानकों का प्रयोग एवं यातायात नियमों के अनुपालन से दुर्घटनाओं की सभावनाओं को काफी कम किया जा सकता है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वाेच्च प्राथमिकता है।