राज्य में आशाकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत

राज्य में आशाकर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत

राज्य के 500 से अधिक पीएचसी पर टीकाकरण ठप

अस्पताल गेट पर धरना- प्रदर्शन कर आशकर्मियों ने की हड़ताल की शुरुआत.

पारितोषिक नहीं – मानदेय दो,एक हजार नहीं – दस हजार दो सहित 9 सूत्री है मांग

बजट सत्र-23 में सरकार ने जो घोषणा किया उसे लागू करे,आशाकर्मियों की मांगें पूरी करे- शशि यादव

नव राष्ट्र मीडिया

पटना,12 जुलाई ।

बिहार की तकरीबन एक लाख आशा और आशा फैसिलिटेटर ने पारितोषिक नहीं – मानदेय दो,एक हजार नहीं – दस हजार दो सहित 9 सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर पूरे बिहार में आज से अपना अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरू किया। अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण राज्य के 500 से अधिक पीएचसी,सीएचसी,
रेफरल अस्पतालों में आज बुधवार को होने वाला टीकाकरण पूरी तरह ठप हो गया । आशा व आशा फैसिलिटेटरों ने आज पूरे बिहार के पीएचसी,रेफरल आदि अस्पतालों के समक्ष धरना प्रदर्शन कर हड़ताल की शुरुआत किया। हड़ताल के प्रथम दिन आज आशा कार्यकर्ता संघ अध्यक्ष शशि यादव व ऐक्टू नेता रणविजय कुमार ने नौबतपुर और बिहटा पीएचसी में हड़ताल का नेतृत्व किया। इस दौरान आशाओं को संबोधित करते हुए नेताओं ने सरकार से बिहार के एक लाख आशाओं की उम्मीदों को पूरा करने,बजट सत्र 2023 में सदन के अंदर किए गए घोषणा को अमल में लाने की मांग व अपील किया ,
नेताओं ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और पटना हाई कोर्ट ने आशाओं के कोरोना काल मे किए गए कार्यों की सराहना किया है। पूर्व के हडताल के दौरान ही पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को आशाओं की मांगों को पूरा करने का निर्देश दिया था वाबजूद इसके कोरोना काल व अन्य समय मे किए गए कार्य का बकाया का भुगतान राज्य सरकार ने अभी तक नहीं किया है। आशा नेत्री शशि यादव ने कहा कि जबतक सरकार आशा की मांगे मान नहीं लेती तबतक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।
हड़ताल का आह्वान बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ ( गोप गुट- ऐक्टू) और आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ (चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ,सीटू) के आशा संयुक्त संघर्ष मंच ने किया है।
इस बीच बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ ( गोप गुट- ऐक्टू) अध्यक्ष सह संघर्ष मंच नेत्री शशि यादव और आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) सहायक महामन्त्री विश्वनाथ सिंह ने पत्रकारों को बताया कि आज पटना जिले के नौबतपुर,पालीगंज,
बिक्रम,बिहटा,मसौढ़ी,धनरुआ,बाढ़, बख्तियारपुर,खुसरुपुर ,संपतचक,अथमल गोला, पंडारक आदि पीएचसी व रेफरल अस्पतालों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पूरी सफल रहा और टीकाकरण पूरी तरह ठप हो गया। वहीं राज्य के सिवान,गोपालगंज, सारण, मुजफ्फरपुर,वैशाली, समस्तीपुर,दरभंगा, मधुबनी,सीतामढ़ी,शिवहर, कटिहार, मधेपुरा,सुपौल,सहरसा,किशनगंज,अररिया,खगड़िया,भागलपुर,मुंगेर,बेगूसराय,बांका,जमुई,लखीसराय,नालन्दा,जहानाबाद,अरवल,औरंगाबाद,रोहतास,कैमूर,भोजपुर,बक्सर सहित सभी 38 जिलों में 500 से अधिक पीएचसी,सीएचसी और रेफरल अस्पतालों में आशा कर्मियों की असरदार व आक्रमक अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत हुई और उक्त सभी अस्पतालों में आज बुधवार को होने वाला टीकाकरण जारी पूरी तरह ठप रहा।

उक्त नेताओं ने दावा करते हुए कहा कि आशा व आशा फैसिलिटेटरों की यह हड़ताल ऐतिहासिक है और कहा कि जबतक सरकार 9 सूत्री मांग पूरा नहीं करती तबतक बिहार की एक लाख आशकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटी रहेगी। नेताओं ने सरकार से पारितोषिक नहीं मानदेय देने,एक हजार नहीं दस हजार देने, कोरोना सहित सभी बकाए का तुरन्त भुगतान करने सहित 9 सूत्री मांगे पूरी करने की मांग मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से की है ।

vishwapati

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