Jdu: भाजपा की डबल इंजन सरकारें फेल, सिंगल इंजन में बिहार निकला आगे: राजीव रंजन

भाजपा की डबल इंजन सरकारें हुई फेल, सिंगल इंजन बिहार निकला आगे: राजीव रंजन
बिहार की तरक्की से जल-भुन रहे हैं भाजपाई
विजय शंकर
पटना। बिहार में कम हुई गरीबी को लेकर भाजपा के नेताओं के आ रहे दावों को हास्यास्पद बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने आज कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा बिहार की राह में रोड़े अटकाने के बावजूद नीति आयोग द्वारा जारी गरीबी सूचकांक में बिहार का सबसे आगे होने से भाजपा नेता जल भुन कर राख़ हो गये हैं। उन्हें यह बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है कि नीतीश सरकार ने अपने बूते पर बिहार की गरीबी कैसे कम दी है। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा है कि अपनी ही सरकार द्वारा स्वीकारी जा रही बिहार के विकास की इस सच्चाई का खंडन कैसे करें। यही वजह है कि वह खोखले बयानों के सहारे बिहार की विकास गाथा का श्रेय लेने का असफ़ल कोशिश कर रहे हैं। भाजपा यह जान ले कि काठ की हांडी बार-बार चूल्हे पर नहीं चढ़ती। जनता बिहार के साथ केंद्र सरकार द्वारा किये जा रहे सौतेले व्यवहार को बखूबी जानती है, इसीलिए उनके झूठ और दुष्प्रचार का जनता पर कोई असर नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि इस सूचकांक के मुताबिक पूरे भारत में 13.51 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं जिसमें सिर्फ बिहार में 2.25 करोड़ लोग शामिल हैं। इस सूची के मुताबिक बिहार में 18.13ः गरीबी कम हुई है वहीं भाजपा शासित मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में यह दर क्रमशरू 15.94ः और 14.75ः है। यह दिखाता है कि काम के मामले में बिहार की सिंगल इंजन सरकार, भाजपा की डबल इंजन सरकारों से मीलों आगे हैं।
भाजपा नेताओं को सीख देते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा को यह जानना चाहिए कि केंद्र में उनकी सरकार बनने से पहले से ही बिहार पूरे देश में सबसे तेज गति से विकास करने वाला राज्य बना हुआ है। आज भी 10.98 की दर के साथ बिहार इस मामले में सबसे अव्वल है। भाजपा को यह बताना चाहिए कि यदि केंद्र सरकार विकास के लिए इतनी ही तत्पर है तो उनके खुद के शासित राज्य बिहार से पीछे कैसे हो गये हैं? भाजपा नेताओं के हिसाब से तो उनकी डबल इंजन सरकार वाले राज्यों को विकास के मामले में अब तक अमेरिका को भी पीछे छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वास्तव में भाजपा वालों को आंकड़े देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की गरीबी समाप्त होने में आई तेजी का सबसे बड़ा कारण राज्य सरकार की नीतियां और उसके किये कार्य हैं। इतने वर्षों के कार्यकाल में सरकार ने समाज के हर तबके को केन्द्रित करके काम किये हैं। यह इसी का प्रतिफल है कि आज बिहार की 10.98 की विकास दर, देश के विकास दर से भी अधिक है। देश के तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में आज बिहार तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है। राज्य के विकास में हुई यह बढ़ोतरी से आम बिहारवासियों के जीवनस्तर में भी सुधार हुआ है। उनकी आमदनी भी लगातार बढ़ रही है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में प्रति व्यक्ति सालाना आय 6400 बढ़कर 54,383 रुपए हो गई है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बिहार में सड़क-बिजली-पानी जैसे आधारभूत संरचनाओं के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी विकास हुआ है। राज्य के हर गांव-टोलों तक सड़क निर्माण व बिजली की उपलब्धता से स्थानीय अर्थव्यवस्था और समृद्धि को बढ़ावा मिला है। इसके अलावा शराबबंदी के कारण भी लोगों के पैसे बचने शुरू हो गये हैं, जिससे उनके जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा कि बिहार में महिलाओं के हित में सबसे अधिक कार्य हुए हैं, जिससे आधी आबादी सशक्त हुई है। शिक्षा विभाग में में 50ः और सरकारी नौकरियों में 35ः आरक्षण के प्रावधान से आज महिलाएं भी पुरुषों के कंधो से कंधा मिला कर काम कर रही हैं। जिससे पारिवारिक आमदनी में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा जीविका जैसी योजनाओं के जरिये ग्रामीण महिलाओं का भी आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है।