Kishanganj:शिव के शिष्य बनने में हरीन्द्ररानंदजी के बताएं तीन सुत्र ही है सहायक

सुबोध,
किशनगंज।शहर के बिहार बस स्टैंड के पास पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में शिव गुरू चर्चा का आयोजन हुआ ।
इस अवसर पर कैलाश चौधरी शिवगुरू वंदना से चर्चा का शुभारंभ किया और उन्होंने ही मंच संचालन का भार को बखुबी निभाया। तत्पश्चात जागरण भजन शीला देवी ने गाया। महागुरु महादेव के शरण में नागेश्वर मंडल,रानी देवी ,आंचल कुमारी, सुरेन्द्र मंडल, भारती देवी एवं नीतू दवी इत्यादि शिव शिष्य ने भजन के माध्यम से संदेश दिया कि शिव जन -जन के गुरू हो रहें हैं और भजन श्रवण से उपस्थित श्रधालु भाव विभोर दीखें।
वही शिव शिष्यता एक मात्र विकल्प को लक्ष्य मानते हुए सुबोध साहा ने बताया कि शिव शिष्यता के जनक साहब श्री हरीन्द्ररानंद के द्वारा बताए गये तीन सूत्र ही महागुरु महादेव के शिष्य बनने में सहायक मात्र है और शिव को ही जन -जन भगवान भी मानते आ रहें हैं आज उन्हें अपना गुरू मानकर आगे बढ़ेंगे तो विश्वास है कि दुख भी सुख का ऐहसास करा देगा यानि दुख भी सुख जैसा ही लगेगा। इसी कड़ी में सुरेन्द्र सहनी ,शीला देवी ,सुनिता देवी आदि शिव शिष्यों ने शिव को गुरू बनाने की राह पर बातें की। दर्जनों लोगों ने शिव को अपना गुरू बनाया । लेकिन इस चर्चा के व्यवस्था में भाई अख्तर का सराहनीय योगदान और शिव गुरू के प्रति आस्था के महत्व को दर्शाता है।