Kishanganj:सीएम नीतीश कुमार के द्वारा जाति-आधारित गणना कराने का निर्णय ऐतिहासिक, विरोधी मुंह की खायी: प्रभारी मंत्री

सुबोध,
किशनगंज। जिले के बेलाल मस्जिद के सामने निर्माणाधीन जनतादल युनाइटेड के जिला कार्यालय किशनगंज की ओर से जाति आधारित गणना कराने के एतिहासिक निर्णय को लेकर सुबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति पार्टी आभार जता रही है।इस आभार समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता पार्टी जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने की। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में किशनगंज प्रभारी मंत्री सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान, पूर्व मंत्री सह बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष नौशाद आलम, प्रमुख लड्डन खान, पार्टी नेता लियाकत अंसारी सहित सैंकड़ों पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद रहे। समारोह में प्रभारी मंत्री जमां खान ने कहा कि मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर कहा कि सीएम नीतीश कुमार के द्वारा जाति-आधारित गणना कराने का निर्णय ऐतिहासिक, विरोधी मुंह की खायी।सुबे के विकास की यदि गाथा लिखी जाएगी तो पहला नाम हमारे नेता नीतीश कुमार का होगा। वे विकास पुरूष ही मात्र क्यों? उनकी पहचान राष्ट्रीय नेता में है। आने वाले समय में देश का भी नेतृत्व करेंगे।वही मौके पर जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम, पूर्व मंत्री सह अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष नौशाद आलम, भागलपुर प्रमंडलीय प्रभारी प्रहलाद सरकार, जदयू जिला उपाध्यक्ष नजामुद्दीन, जिला पार्षद प्रतिनिधि कैसर राही,जदयू नगर अध्यक्ष डा नूर आलम, जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश सचिव नूर मोहम्मद, इन्जिनियर सुभाष सिंह, जदयू नेता कमालुद्दीन, जदयू नेता राकेश कुमार, जदयू नेत्री हिना प्रवीण, इकबाल अहमद ने संबोधित किया।मंच संचालन पूर्व जदयू जिलाध्यक्ष प्रो बुलंद अख्तर हाशमी ने किया। माननीय प्रभारी मंत्री सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना कराने हेतु बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार से मांग की गई। साथ ही बिहार से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जाति आधारित गणना कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी के वोग भी शामिल थे। परन्तु केन्द्र सरकार ने बिहार की मांग को ठुकरा दिया। तदोपरांत माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने संसाधनों से बिहार में जाति आधारित गणना कराने का एतिहासिक निर्णय लिया, जिसके लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित किए।जब जाति आधारित गणना का काम शुरू हुआ तो भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े लोगों ने साज़िश कर पटना उच्च न्यायालय में रिट पिटीशन दायर कर इसे रूकवाने की साज़िश की। यहां पर कामयाबी नहीं मिली तो इन लोगों ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर इसे रूकवाने की साज़िश की। वहां पर पर भी भाजपा और उससे जुड़े लोगों को मुंह की खानी पड़ी। 02 अक्तूबर 2023 को गांधी जयंती के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कराए गए जाति आधारित गणना का रिपोर्ट जारी किया। इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री की जितनी सराहना की जाए वह कम है। जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने अपने संबोधन में कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जाति आधारित गणना कराने का बिहार में एतिहासिक कार्य किया गया है।आज पूरे देश सहित दूसरे राज्यों में भी जाति आधारित गणना कराने की मांग उठ रही है।और पूरे देश से इह एतिहासिक कार्य को लेकर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को बधाई मिल रही है।जाति आधारित गणना होने से सरकार के पास एक डाटा उपलब्ध होगा कि किस जाति की कितनी आबादी है और उस जाति की शैक्षणिक एवं आर्थिक स्थिति क्या है।जो जातियां पिछड़ी रह गई हैं सरकार को उनके लिए योजना बनाने में सहायता मिलेगी ताकि उन पिछड़ी जातियों को आगे लाया जा सके। पूर्व मंत्री सह अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष नौशाद आलम ने अपने संबोधन में कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार जैसे एक बीमारू राज्य को आज देश का सबसे तेज गति से तरक्की करने वाला राज्य बना दिया है।अगर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश को नई ऊंचाईयों तक ले जायेंगे। कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पूरजोर तरीके से जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम को किशनगंज लोकसभा क्षेत्र से 2024 में उम्मीदवार बनाने की मांग उठी।जिस पर माननीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि मैं आपके भावनाओं का सम्मान करता हूं। मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को आपकी भावनाओं से अवगत कराउंगा। कार्यक्रम में युवा जदयू जिलाध्यक्ष इन्जिनियर मसूद आलम,अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष करणलाल गणेश, अनुसूचित प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष बलराम दास, महिला जिला अध्यक्ष जानकी सिनहा,शिक्षा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष पूर्व जिला पार्षद सिकंदर हयात शैली,कला संस्कृति एवं खेल प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अंजार आलम, जदयू किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नूर इस्लाम नूरी, पूर्व जदयू जिलाध्यक्ष फिरोज अंजुम,जदयू जिला महासचिव सह कार्यालय प्रभारी रियाज अहमद, जदयू जिला महासचिव बाबर आलम, जदयू जिला उपाध्यक्ष अब्दुल बारिक उर्फ चांद, जदयू नेता कमालुद्दीन, जदयू नेत्री प्रियंका वर्मा, जदयू जिला उपाध्यक्ष विजय रामदास, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष आमिर मिन्हाज, जदयू जिला महासचिव डा नजीरूल इस्लाम, जदयू नेता हाजी परवेज़ आलम, नौशाद कालिस, फिरदौस अंजुम, ओसामा प्यारे,अजहर इमाम,वकार अहमद , जदयू प्रखंड अध्यक्ष दानिश एकबाल,मो सूफियान,साहिद आलम, हाफिज अंसार आलम, नजरूल हक,अजीत चौबे, फात्मा बेगम,शाद आलम,आलम,साहब बाबू,नूर बाबू, मुनाजिर आलम, सरपंच आफाक आलम,सीरत आलम बाबर मुखिया नवेद आलम उर्फ राकी, मंजूर आलम, गुड्डू, आरिफ सहित सैंकड़ों पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। जदयू कार्यालय पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा माननीय मंत्री जमां खान पर फ़ूल बरसाकर स्वागत किया। जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने माननीय मंत्री सहित अन्य अतिथियों का बुके देकर शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया