Kishanganj:जिला प्रशासन ने विधि-व्यवस्था संघारण के लिए पुख्ता चौकसी इंतजाम का किया धरातल निरीक्षण

सुबोध,
किशनगंज 21अक्टूबर । बिहार के सीमावर्ती जिला किशनगंज के जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं पुलिस अधीक्षक, डॉ इनाम उल हक़ मेगनू की संयुक्त निर्देश के आलोक में विधि-व्यवस्था संघारण के लिए पुख्ता चौकसी इंतजाम में जगह -जगह दुर्गा पूजा पंडाल व विभिन्न मंदिरों के निकट बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी एवं महिला एवं पुरूष पुलिस जवानों की नियुक्ति की गयी। इस अवसर पर जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी वाहनों पर सवार रहकर फ्लैग मार्च करते हुए शनिवार को पूर्वाह्न धरातल निरीक्षण किया। इस दौरान शहर के प्रवेश द्वार पश्चिम पाली चौक पर जिला प्रशासन के वाहनों के काफिला पहुंचते ही मौके पर एएसआई राकेश कुमार के नेतृत्व में महिला एवं पुरूष पुलिस जवान प्रतिनियुक्त स्थल नगर क्षेत्र के पश्चिम पाली दुर्गा पूजा पंडाल के पास अलर्ट दीखें।
उल्लेखनीय है कि शहरी क्षेत्र के कुल चौंतीस वार्डों में दुर्गापूजा की भव्य एवं आकर्षक विभिन्न थीम पर पंडाल बने हैं । कुछ पंडाल निर्माता स्थानीय हैं और कुछ पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी एवं कोलकाता से भी आकर यहां पंडाल की सजावट की है जो आकर्षक एवं मन मोहक बनें ।जिसके का कारण यहां के लोग पूजा पंडाल देखने के लिए उत्साहित भी है। चूंकि यह बिहार का सीमांत जिला है और पश्चिम बंगाल की सीमा से सटा है । इसलिए यहा बंगाल की पूजा विधि -विधान की दुर्गापूजा ज्यादा प्रभावित हैं। जिसके कारण यहां के ज्यादातर पुजा पंडालों में बीते रात्रि षष्ठी पूजा को दुर्गा माता की प्रतिमा विधिवत् स्थापित होकर ही शनिवार को पूजा प्रारंभ हुयी है । शनिवार को सप्तमी , रविवार को अष्टमी , सोमवार को नवमी मंगलवार को विजयादशमी विधिवत् पूजा के साथ ही विसर्जन हैऔर विसर्जन के दिन जब मातारानी अपने मायके से विदा लेती है तब इस अवसर सिंन्दुर खेला भी दुर्गापूजा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सीमांत क्षेत्र होने नाते यह जिला संवेदनशील भी है, इसलिए जिला प्रशासन के द्वारा हर साल दुर्गा पूजा के अवसर भीड़भाड़ के मद्देनजर नजर मार्ग व्यवस्था का नियंत्रण सहित सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये जाते रहे हैं।