Kishanganj:एमएलसी डॉ. दिलीप जायसवाल ने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर राज्य हित के विषय पर चर्चा की मांग की

सुबोध,
किशनगंज।विधान पार्षद (एमएलसी) ।सह मुख्य सचेतक प्रतिपक्ष डॉ.दिलीप जायसवाल ने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर राज्य हित के विषय पर चर्चा की मांग की। उन्होंने बिहार विधान परिषद के सभापति को बिहार विधान परिषद की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के नियम 103 के अंतर्गत विचार -विमर्श हेतु कार्य स्थगन की प्रस्ताव भेजा और कहा गया कि दिनांक 08नवम्बर 2023 रोज बुधवार को कार्य में अंकित सूचि को स्थगित कराते हुए एक प्रमुख विषय पर ध्यानाकृष्ट किया और विचार -विमर्श के लिए निवेदन किया है । जिसमें प्रमुख विषय में विधान पार्षद डॉ.जायसवाल ने कहा है कि राज्य में जनता के मतों से चुनकर आए पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों के अधिकार में सरकार द्वारा कटौती किया जा रहा है।जिसके कारण पंचायत के वार्ड में कोई भी विकास कार्य नहीं हो पा रहें हैं। वार्ड मेम्बर को कोई भी राशि का आवंटन वार्ड विकास क्रियान्वयन के लिए नहीं किया जा रहा है।जबकि 2017 के सात निश्चय पार्ट -1में वार्ड मेम्बर को विकाश कार्य हेतु राशि आवंटित किया जाता रहा था। जिसके कारण आज 90फीसदी जल-नल योजना ठप्प पड़ी है।पी.एच. ई .डी.एवं विभाग के बीच मामला अटका पड़ा है। अनुरक्षक एवं मेंटेनेंस की राशि भी नहीं मिल रहा है।ठीक इसी तरह जिलापरिषद , पंचायत के समिति ,मुखिया के अधिकार एवं विकाश योजना के क्रियान्वयन में अफसरशाही चरम पर है। पंचायती राज व्यवस्था में जनप्रतिनिधि अपने आप को जनता के बीच असहाय महसूस कर रहें हैं। विधान पार्षद डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि विधान परिषद के अंकित कार्य सूची को स्थागित कराते हुए। राज्य हित के उक्त मुख्य विषय पर चर्चा की मांग करता हूं ।