20 हजार से ज्यादा आशा कार्यकर्ताओं के महाजुटान से पटना हुआ अस्त व्यस्त

◆ *धरनास्थल की जगह कम पड़ गईं!भीड़ और उमस में कई महिलाएं बेहोश हुई!*
◆ *मासिक मानदेय और रिटायरमेंट बेनिफिट लेकर रहेंगे,शांतिपूर्ण ढंग से हड़ताल जारी रहेगी जबतक मांगे पूरी नही होंगी-शशि यादव*
◆ *माले विधायक महबूब आलम,सत्यदेव राम सहित दर्जनों वाम विधायकों ने किया संबोधित*.
◆ *केरल,कर्नाटक,आंध्र,ओडिशा, राजस्थान,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में मिल रही सुविधा बिहार में भी नीतीश_तेजस्वी सरकार को देनी होगी-शशि यादव*
◆ *तेजस्वी यादव अपनी घोषणा अनुरूप वादा पूरा करें-विश्वनाथ सिंह.*
नव राष्ट्र मीडिया
पटना 3 अगस्त।
पारितोषिक नहीं 10 हजार प्रति माह मानदेय व रिटायरमेंट पैकेज देने,सभी बकाया का भुगतान करने सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही बिहार की करीब एक लाख आशा व आशा फैसिलिटेटरों के संगठन बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (ऐक्टू-गोप गुट) व बिहार राज्य आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ के संयुक्त सांगठन आशा संयुक्त संघर्ष मंच ने आज राजधानी पटना में महाजुटान की घोषणा किया था ।
करीब 20 हजार से अधिक आशाओं के महाजुटान में पहुंचने से आज पटना अस्त व्यस्त हो गया ,गर्दनीबाग का धरनास्थल इलाका छोटा पड़ गया , जितनी आशा गर्दनीबाग में थी उससे ज्यादा बाहर थी। भारी उमस के कारण कई आशा महिलाएं बेहोश हो गयी।
बिहार के कोने कोने से हजारों आशा व आशा फैसिलिटेटरों का महाजुटान के लिए बीते कल से ही पटना पहुंचना जारी था, उनके ठहरने की व्यव्यस्था बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गट-ऐक्टू) की ओर से गर्दनीबाग के गेट पब्लिक लाइब्रेरी में किया गया था।
गर्दनीबाग धरना स्थल पर महाजुटान सभा की शुरुआत 11 बजे से बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (ऐक्टू-गोप गुट) अध्यक्ष शशि यादव व बिहार राज्य आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) की अध्यक्ष मीरा सिन्हा के संयुक्त अध्यक्षता में शुरू हुआ।
इसके पूर्व आशा नेत्री शशि यादव के नेतृत्व में एक विशाल प्रदर्शन गर्दनीबाग के गेट पब्लिक लाइब्रेरी से गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचा।
गर्दनीबाग में आशाओं के महाजुटान सभा को अनेक नेताओं ने संबोधित किया। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) अध्यक्ष शशि यादव, आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) सहायक महामन्त्री विश्वनाथ सिंह, महासंघ( गोप गुट) सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद,ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, महासंघ( गोप गुट) महासचिव प्रेमचंद कुमार सिन्हा ,
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ महासचिव सुवेश प्रसाद सिंह ,सीटू राज्य अध्यक्ष गणेश शंकर सिंह, ऐपवा राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी, एडवा नेत्री रामपरी ,आल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (ऐक्टू) संयोजिका सहबिहा राज्य विद्यालय रसोइया संघ महासचिव सरोज चौबे,आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ नेता मो० लुकमान सहित दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया।
महाजुटान सभा को खासतौर से भाकपा (माले) विधायक दल नेता महबूब आलम, उप नेता सत्यदेव राम , विधायक अमरजीत कुशवाहा, गोपाल रविदास,रामबली सिंह यादव के साथ ही सीपीएम विधायक अजय कुमार व डॉ० सत्येंद्र प्रसाद यादव ने संबोधित किया।
विधायकों ने हडताली आशाओं का आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों को लेकर सड़क पर संघर्ष करे,हड़ताल जारी रखे हम सरकार से सदन के अंदर और बाहर सड़क पर आपके संघर्ष के साथ है। सरकार को आपकी न्यायपूर्ण मांगें पूरी करनी होगी, विधायक महबूब आलम व सत्यदेव राम ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री से आपकी मांगों को पूरा करने की अपील हम सभी विधायकों ने किया है,मुख्य्मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। साथ ही दोनों विधायकों ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलाते हुए कहा कि देश भर में कामकाजी आशा व स्कीम वर्कर महिलाओं की मांगों को पूरा करने के बजाए देश भर में साम्प्रदायिकता उन्माद भड़काने और देश भर मे मणिपुर जैसा माहौल बनाने में लगी है ,खासतौर से मणिपुर में भाजपा सरकार ने बलात्कार और हत्या के साम्प्रदायिक साजिश का शिकार महिलाओं को ही बनाया ।उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने का आह्वान किया
आशा व आशा फैडिलिटेटर संघ (सीटू) सहायक महामन्त्री विश्वनाथ सिंह ने तेजस्वी यादव से अपनी घोषणा के अनुरुओ वादा पूरा करने की मांग करते हुए आशाओं के लिए मानदेय,
रिटायरमेंट पैकेज लागू करने व 9 सूत्री मांगे पूरा करने की मांग किया।
*वहीं आशा संयुक्त संघर्ष मंच नेत्री सह बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) अध्यक्ष शशि यादव ने कहा कि न्यायपूर्ण मांगे हासिल करने के वास्ते बिहार सरकार की संवेदना को जगाने के लिए बिहार के कोने कोने से 20 हजार से अधिक आशा व आशा फैसिलिटेटरों ने महाजुटान में भाग लेकर अपनी मांगों व हड़ताल के प्रति अपनी चट्टानी एकता का परिचय दिया है*। *कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है लेकिन इसकी प्रबल दावेदार आशाओं के प्रति सरकार संवेदनहीन बनी हुई है, जबतक सरकार मांगें पूरी नहीं करती तबतक आशाओं का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा*।
आशा नेत्री शशि यादव ने कहा कि केरल,कर्नाटक,आंध्र,ओडिशा,राजस्थान, मध्यप्रदेश ,छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में आशा को मिल रही सुविधा को बिहार में भी नीतीश,तेजस्वी सरकार को देनी होगी।मासिक मानदेय और रिटायरमेंट बेनिफिट लेकर रहेंगे,शांतिपूर्ण ढंग से हड़ताल जारी रहेगी जबतक मांगे सरकार पूरा नहीं कर देती।