हड़ताली आशा कार्यकर्ता अब सपरिवार सत्याग्रह पर बैठेंगी

हड़ताली आशा कार्यकर्ता अब सपरिवार सत्याग्रह पर बैठेंगी

*हडताली आशाओं का तीन दिवसीय सपरिवार सत्याग्रह कल 26 जुलाई से* .

*सत्याग्रह तक सभी मांगे पूरी नहीं हुई तो पटना में होगा विशाल प्रदर्शन*.

*आशाओं का अनिश्चितकालीन हड़ताल 14 वें दिन भी जारी*.

*बिहार व पूरे देश की आशा 15 वर्ष पुराने रेट पर कर रही है काम,9 वर्ष में मोदी सरकार ने एक रुपया भी नहीं बढ़ाया

नव राष्ट्र मीडिया
पटना 25 जुलाई।

पारितोषिक नहीं – मानदेय दो, एक हजार नहीं – दस हजार दो, कोरोना काल सहित अन्य सभी कार्य के बकाया का भुगतान करो सहित सभी 9 सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर
12 जुलाई से बिहार की एक लाख आशा और आशा फैसिलिटेटर ने आज 14 वें दिन भी अपना अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखा तथा इस दौरान राज्य के 500 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के समक्ष राज्य और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया ,मांगों के समर्थन में नारेबाजी किया।

इस बीच आशा संयुक्त संघर्ष मंच से जुड़े बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) अध्यक्ष शशि यादव व आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ (सीटू) अध्यक्ष मीरा सिन्हा ने एक संयुक्त बयान जारी कर हडताली आशाओं के प्रति बिहार सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये की आलोचना करते हुए सरकार से आशओं के सभी 9 सूत्री मांगों पर सम्मानजनक वार्ता कर मांगे पूरी करने की पुनः अपील किया है।

नेताओं ने कहा कि बिहार की एक लाख आशाओं का संघर्ष केंद्र की मोदी सरकार के भी खिलाफ है, मोदी सरकार ने अपने 9 वर्षीय साशनकाल मे आशा के मेहनताना राशि मे एक रुपया की भी वृद्धि नहीं किया है,नेताओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र पोषित योजना में लगी बिहार सहित देश की तकरीबन 10 लाख से अधिक आशाकर्मी का काम का दाम वर्ष 2005 में निर्धारित किया गया था जिसके बाद अबतक एक बार भी काम के दाम में ठोस से संसोधन केंद्र सरकार द्वारा नहीं किया गया है, यानी आज पूरे देश की आशा 17 वर्ष पूर्व निर्धारित रेट पर खटने को अभिशप्त है।

नेताओं ने घोषणा किया कि कल 26 से 28 जुलाई तक लगातार तीन दिनों तक राज्य के एक लाख हड़ताली आशाएं मांगों की पूर्ति के लिए सपरिवार सत्याग्रह करेगीं। सत्याग्रह राज्य के सभी 500 से अधिक पीएचसी के समक्ष होगा।

हडताली आशा नेताओं ने चेतावनी देते हुए बताया कि अगर राज्य सरकार ने सपरिवार सत्याग्रह आंदोलन के दरम्यान मांगे पूरा नहीं की तो अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में लाखों हडताली आशा व आशा फैसिलिटेटरों का पटना में विशाल प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।

आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट-ऐक्टू) अध्यक्ष शशि यादव व मीरा सिन्हा ने बताया कि इस आशय का निर्णय आशा संयुक्त संघर्ष मंच की बैठक से लिया गया। उन्होंने बताया कि 14 वें दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल को आशाओं ने पूरे बिहार में पूरे जोश खरोश के साथ सफल बनाया।

vishwapati

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