काव्य-साहित्य के प्रधान तत्त्व प्रेम, ऋंगार और लोक-मंगल हैं: डॉ अनिल सुलभ
‘लेख्य-मंजूषा’ द्वारा साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुआ वासंती साहित्योत्सव, हुआ कवि-सम्मेलन और पुस्तक-लोकार्पण , डा शहनाज़ फ़ातमी को दिया गया ‘जीवन उपलब्धि-सम्मान’ विजय शंकर पटना, 9 मार्च। काव्य-साहित्य में प्रेम,…