बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय, मीठापुर, पटना के निर्माण कार्यों की आयुक्त ने की समीक्षा
vijay shankar
पटना 25 जून : आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना-सह-सचिव, भवन निर्माण विभाग, बिहार कुमार रवि द्वारा आज बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय, मीठापुर, पटना के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में जिलाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक, प्रबंध निदेशक, पटना स्मार्ट सिटी लि.-सह-नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर, अपर समाहर्ता, पटना, मुख्य अभियंता, भवन निर्माण विभाग, कार्यपालक अभियंता डीएमआरसी, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।
आयुक्त श्री रवि द्वारा विश्वविद्यालय के भवन के निर्माण कार्यों में अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया तथा व्यावहारिक अवरोधों का निराकरण किया गया। उन्होंने पटना नगर निगम, पटना स्मार्ट सिटी लि., मेट्रो, भवन निर्माण विभाग, पेसू तथा जिला प्रशासन के पदाधिकारियांे को आपस में सुदृढ़ समन्वय तथा सार्थक संवाद स्थापित करते हुए कार्य करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि सभी स्टेकहोल्डर्स सरकार के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करें।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि भवन निर्माण विभाग द्वारा बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के भवन का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जाएगा। जो भी छोटी-मोटी समस्याएँ आ रही हैं उसका जिला पदाधिकारी द्वारा निराकरण किया जा रहा है। वर्ष 2025 तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि यह विश्वविद्यालय सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। अभियंत्रण के क्षेत्र में विद्यार्थियों को उत्कृष्ट अवसर प्रदान करने के लिए इसकी स्थापना की गई है। ज्ञान-आधारित वर्तमान युग में यह विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए सेन्टर ऑफ एक्ससिलेंस की भूमिका निभाएगा। एप्लाईड साईंस, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, वास्तुकला और योजना, और प्रबंधन के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान के ज्ञान को प्रदान और उन्नत करना, उद्योगों के साथ घनिष्ठ सहयोग में तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए उत्साहजनक वातावरण में उद्यमशीलता का निर्माण करना तथा सामान्य रूप से जीवन की गुणवत्ता की उन्नति के लिए और इंजीनियरिंग और तकनीकी विकास और अनुप्रयोगों के क्षेत्र के संबंध में एक वातावरण विकसित करना इसका मुख्य उद्देश्य है।
परियोजना की मुख्य विशेषताएँ
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सात निश्चय-2 कार्यक्रम अन्तर्गत स्थापित एवं संचालित बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय, पटना के भवनों के निर्माण एवं अन्य कार्य हेतु विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा रूपया 6,692.11 लाख (66 करोड़ 92 लाख 11 हजार) की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। साईट का क्षेत्रफल 5 एकड़ है। परियोजना की अवधि 18 महीने है। एजेंसी को इसी माह कार्यादेश निर्गत किया गया। परियोजना का स्थल चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, निफ्ट पटना, चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी तथा मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थान क्षेत्र के निकट स्थित है।
परियोजना के कुल तीन भाग हैंः- मुख्य भवन, अतिथि गृह एवं केयरटेकर निवास।
मुख्य भवन जी+4 है, जिसकी कुल ऊँचाई 68 फीट की है। भूतल पर डीन कार्यालय, रजिस्ट्रार ऑफिस, स्टोर रूम, कैफेटेरिया, फायनेंस ऑफिस, डबल हाइट इन्ट्री के साथ पर्याप्त शौचालय की व्यवस्था की गई है। प्रथल तल पर मीटिंग हॉल, वीसी कार्यालय तथा मूल्यांकन केन्द्र का प्रावधान किया गया है। द्वितीय तल पर 7 कार्यालय कक्ष, मूल्यांकन केन्द्र, 6 स्टोर रूम एवं 4 स्कैंनिंग कक्ष प्रावधानित है। तृतीय तल पर पाँच रिकार्ड कक्ष, स्टोर एवं स्कैनिंग कक्ष प्रावधानित है। चतुर्थ तल पर मूल्यांकन केन्द्र एवं 2 हॉल का प्रावधान किया गया है। बैरियर-फ्री ऐक्सेस के लिए पर्याप्त रैंप, 3 पैसेंजर लिफ्ट एवं एक गुड्स लिफ्ट का प्रावधान किया गया है। मुख्य भवन का कुल क्षेत्रफल 1,11,732 वर्ग फीट है। अतिथि गृह (जी+1) का कुल क्षेत्रफल 11,007 वर्ग फीट है। कुल आठ कक्ष एवं अटैच्ड ट्वायलेट के साथ चार वीआईपी सूट प्रावधानित है।
केयरटेकर रेजिडेंस ग्राउंड फ्लोर पर रहेगा। जिसका कुल क्षेत्रफल 665 वर्ग फीट है। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि प्रस्तावित भवन में सुगम प्रवेश एवं निकास के साथ उच्चतर मानकों पर आधारित सुरक्षा व्यवस्था, प्रकाश, वातानुकूलन तथा अग्निशमन की व्यवस्था रहेगी।