बिहार बजट पर बीआईए की मिश्रित प्रतिक्रिया
विजय शंकर
पटना : राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए सदन में पेश किये गये बजट पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी है ।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को बधाई दी तथा बिहार सरकार के वित्तीय प्रबंधन एवं नीतियों की सराहना की । श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि राज्य के बजट आकार में लगातार वृद्धि हो रही है, कोविड संकट से प्रभावित होने के बाद भी राज्य की वित्तीय व्यवस्था को गति देने के मद्देनजर वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पेश किये गये बजट में बजट का आकार 2,37,691.19 करोड़ रूपया रखा गया है। बजट की दूसरी बड़ी खासियत स्कीम मद का आकार है। स्कीम मद में व्यय होने से राज्य का आर्थिक विकास को मजबूती प्राप्त होता है। नई नई योजनाओं पर काम होता है, जिसका फायदा समाज के हरेक वर्ग को प्राप्त होता है।
उद्योग विभाग के बजट को यदि हम देखें तो पिछले वर्ष के मुकावले बजट में बढोतरी हुई है। पिछले वर्ष स्कीम मद् में उद्योग विभाग
को 1190 करोड़ रूपये उपलब्ध करायी गई थी जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में उद्योग विभाग का स्कीम मद् में 1545 करोड़ रूपये दिये जाने का प्रस्ताव है। लेकिन वृहद परिपेक्ष्य में देखा जाय तो उद्योग विभाग को दिया गया बजट कुल बजट का 1 प्रतिशत से भी कम है जो चिन्तनीय है । उद्योग के माध्यम से ही स्थायी रोजगार का सृजन होता है, सरकार को कर के रूप में राजस्व की प्राप्ति होती है।
एसोसिएशन के महासचिव आशीष रोहतगी ने बजट पर अपनी बातों को रखते हुए कहा कि इस बजट में युवाओं के कौशल विकास पर काफी प्रमुखता दी गयी है। हरेक जिला में मेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किए जाने की घोषणा है। कौशल विकास को आगे बढने से निशिचत रूप से उद्यमिता विकास को प्रोत्साहित कर के राज्य में रोजगार के नये अवसर सृजित किए जाने का मार्ग प्रसस्त होगा जिसकी आज बड़ी आवश्यकता है । स्थानीय उद्योगों को सरकार के होने वाली विभिन्न खरीदारी में भाग लेने से स्थानीय स्तर पर पूंजी का निर्माण होता है, जिससे उद्यमी राज्य में नये निवेश कर पाते हैं।