पूर्णिया की महागठबंधन की महारैली पर है पुरे देश की निगाहें: उमेश सिंह कुशवाहा

नव राष्ट्र मीडिया
पटना।।
महागठबंधन द्वारा पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में 25 फरवरी को आयोजित महारैली की तैयारी के लिए महागठबंधन के प्रमुख साथियों, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता राजद के जिलाध्यक्ष मो0 ताहिर साहब ने और संचालन जदयू के जिलाध्यक्ष श्री चन्द्रदेव मुखिया ने किया।
बैठक मे मुख्य अतिथि के रूप में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा उपस्थित रहे। साथ ही मा0 सांसद श्री दिनेश चंद्र यादव, विधायक श्री रत्नेश सदा एवं श्री गुंजेश्वर साह, पूर्व विधायक श्री अरुण यादव व प्रो0 अरुण यादव, राजद नेता श्री गौतम कृष्णा, जिला परिषद् अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र यादव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष श्री रामशंकर पाण्डेय, राजद के जिलाध्यक्ष मो0 ताहिर हुसैन, सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव श्री ओमप्रकाश यादव, माले के श्री रविन्द्र सिंह, हम की श्रीमती बीमा भारती, श्री धनिक लाल मुखिया, श्रीमति स्मिता सिन्हा, श्रीमति निशा पाण्डेय, श्री प्रभात रंजन, श्री आनंदी प्र0 मेहता, श्री सुशील यादव, श्री मोहिउद्दीन राईन, श्री नूर आलम राईन, श्री देवेंद्र देव, श्री गणेश कुमार गौरव, श्री कुंदन यादव, श्री किशोर सिंह, श्री मुकेश झा, श्री रेवती रमन सिंह सहित सहरसा जिला महागठबंधन के प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल रहे।
प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने महागठबंधन के साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पुरे देश की निगाहें पूर्णिया की रैली पर लगी हुयी हैं। देश की आवाम बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है पर मोदी सरकार देश में जातीय भेदभाव फैलाने और संघीय ढांचे को नष्ट कर लोकतंत्र की हत्या करने में लगी है। विपक्षी एकता के सूत्रधार बिहार के सर्वमान्य एवं लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार तथा उप-मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित महागठबंधन के सभी घटक दलों ने इसके विरुद्ध शंखनाद कर दिया है।
पूर्णिया में 25 फरवरी को आयोजित महागठबंधन की महारैली देश को एक नया सन्देश देने का काम करेगी।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि केंद्र की सरकार हर मोर्चे पर नाकाम हो चुकी है।
साम्प्रदायिक और उन्मादी शक्तियों की साजिश के खिलाफ कोई बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे अब बिहार ने 2024 में भाजपा को देश से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। जिसका आगाज 25 फरवरी को कोशी एवं सीमांचल के इलाके का प्रसिद्ध रंगभूमि मैदान पूर्णियां से होगी। पूर्णिया की ऐतिहासिक महागठबंधन की महारैली पुरे देश का माहौल बदलने का काम करेगी। आज पूरा देश बिहार की ओर देख रहा है, क्योंकि यहीं से सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी और संपूर्ण क्रांति का बिगुल भी बिहार से ही फूंका गया था। अब यहीं से महापरिवर्तन का शंखनाद भी हो रहा है।

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