विजय शंकर
पटना : बिहार सरकार ने वर्ष 2022-23 का बजट पेश कर दिया है। इस बजट के बारे में बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य और जदयू के प्रवक्ता डॉ0 रणबीर नंदन ने कहा है कि यह बजट रोजगारपरक है और यह बिहार की युवा पीढ़ी को बिहार के विकास में सीधे जोड़ेगा। इस रोजगारपरक बजट से बिहार के विकास की नई तस्वीर उभरेगी जिसका पूरा श्रेय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की नीतियों और मार्गदर्शन को जाता है।
उन्होंने कहा कि इस बार बजट में डेयरी कोऑपरेटिव से 1.50 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। जबकि हाई स्कूल में 32916 व प्लस टू में 1000 नए पदों का सृजन हुआ है। प्राइमरी स्कूलों में 40558 हेडमास्टर, हाई स्कूलों में 6421 प्रिंसिपल, मिडिल स्कूल में 8386 शरीरिक शिक्षा व अनुदेशक के पद पर भर्तियां होंगी। विश्वविद्यालयों में 4638 सहायक प्रोफेसर की बहाली तो प्रक्रियाधीन है। तो जीविका द्वारा रूरल मार्ट से दो हजार लोगों को नौकरी और इससे अलग 12 हजार ग्रामीण युवाओं को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इथेनॉल की 17 इकाइयां भी रोजगार सृजन का बड़ा और सशक्त माध्यम बन रही हैं।
डॉ0 नंदन ने बताया कि बिहार की जिम्मेदारी माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने जब से संभाली तब से लेकर आजतक बजट के आकार की 10 गुणा बढ़ोतरी हुई है। पिछले पांच सालों में ही बिहार का बजट 60 हजार करोड़ से अधिक बढ़ा है। वर्ष 2018-19 में बिहार का बजट 176990.27 करोड़ रुपए था जो अब 2022-23 में 237691.19 करोड़ रुपए हो गया है। बजट में आया यह बदलाव युवाओं को मिले अवसर की ओर ही इंगित कर रहा है।