विजय शंकर
पटना । राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज ट्वीट कर कहा कि जो राहुल गांधी संसद के संयुक्त अधिवेशन में स्मार्ट फोन पर लगे दिखते हैं, लोकसभा में बहस के दौरान आँख मारने जैसी हरकत करते हैं और आलू से सोना बनाने की बात करते हैं, उन्हें अर्थव्यवस्था की समझ होती, तो वे न विनिवेश नीति पर सवाल उठाते, न बैंकों के निजीकरण का हौव्वा खड़ा करते।
वे यदि इन मुद्दों पर गंभीर हैं, तो बतायें कि यूपीए के शासन काल में अमीरों को फोन कॉल पर करोड़ों के कर्ज कैसे मिल जाते थे?
क्या कांग्रेस अपने कार्यकाल की उस बैंकिंग व्यवस्था पर श्वेतपत्र जारी करेगी, जिससे गरीबों-युवाओं को बाहर रखा गया था ?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बतायें कि क्या यूपीए सरकार ने एक निजी विमान कंपनी को घाटे से उबारने की फिक्र नहीं की थी? उस विजय माल्या और ललित मोदी को किसने पैदा किया था, जिन पर बाद में एनडीए सरकार ने शिकंजा कसा, उनकी करोडों की सम्पत्तियां जब्त कीं और अब उनके प्रत्यर्पण में लगी है? यूपीए ने सरकारी बैंकों को भ्रष्टाचार के राष्ट्रीयकरण का औजार बना कर खोखला कर दिया था।