नॅशनल ब्यूरो
नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट घोटाला मामले में नई एफआईआर दर्ज की है। इसी मामले में आज सोमवार को एक व्यापक कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने यूपी में गाजियाबाद, लखनऊ, आगरा, ग्रेटर नोएडा सहित 40 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है। सीबीआई सूत्रों का कहना है परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए एक नया मामला दर्ज करने के बाद तलाशी ली जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बने रिवर फ्रंट को समाजवादी पार्टी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया गया था। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद से ही इसमें बड़े घोटाले के आरोप लगते रहे थे। यूपी में योगी सरकार आने के बाद इसकी प्रारंभिक जांच के बाद केस सीबीआई को सौंप दिया गया था। अब सीबीआई इस घोटाले के बड़े जिम्मेदारों पर अपना शिकंजा कस रही है।
सीबीआई ने 30 नवंबर, 2017 को मामला दर्ज किया था, जिसकी जांच पहले उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही थी। यह आरोप लगाया गया है कि 1,513 करोड़ रुपये की गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना में व्यापक अनियमितताएं की गई थीं। इसी सिलसिले में आज सोमवार, 5 जुलाई को बुलंदशहर में कॉन्ट्रैक्टर राकेश भाटी के आवास पर सीबीआई ने रेड की है। राकेश भाटी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। उनके घर के अंदर सीबीआई की टीम खोजबीन और जांच में घंटे जुटी रही। इसके अलावा तत्कालीन एसई रूप सिंह यादव के ग्रेटर नोएडा ठिकानों पर भी सीबीआई ने छापेमारी की है। ओमेक्स एनआरआई सिटी सी 409ई पर सीबीआई की टीम 9 बजे पहुंची और फिर 10:30 बजे रवाना हुई। खबर लिखने तक प्रदेश में सीबीआई की कार्रवाई जारी थी।