लखनऊ : करीब 11 माह पहले पुलिस प्रशासन की ओर से सपा विधायक नाहिद हसन पर लगाई गई गैंगस्टर एक्ट में आज उन्हें गिरफ्तार किया गया जिसके बाद नाहिद हसन को कोर्ट में पेश किया गया जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया ।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के प्रथम चरण में सबसे पहले नामांकन करने वाले कैराना से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नाहिद हसन थे । दो दिन पहले ही समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन को कैराना विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया था । इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने सबसे पहले सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था।

उल्लेखनीय है कि फरवरी 2021 में यूपी पुलिस ने सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन और उनकी माता पूर्व सांसद तबस्सुम हसन समेत 40 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगाई थी । तभी से सपा विधायक नाहिद हसन मामले में वांछित चल रहे थे । शुक्रवार को सपा प्रत्याशी नाहिद हसन शामली कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था । इसके बाद आज शनिवार को कैराना कोतवाली पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद अपर जिला सत्र न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया । इस दौरान कोर्ट के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किया गया था।
नाहिद हसन के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उन्हें कैराना से हिन्दुओं के पलायन का मास्टर माइंड तक कहा जाता है। सपा की लिस्ट जारी होने के बाद कई भाजपा नेताओं ने नाहिद हसन को टिकट दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया भी जाहिर की थी। नाहिद हसन के खिलाफ जमीन खरीदने के मामले में भी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। हालांकि नाहिद हसन ही कैराना से सपा के निवर्तमान विधायक हैं । जबकि उनकी मां तबस्सुम हसन कैराना से ही सांसद रही हैं। लम्बे समय तक फरारी के बाद विधायक नाहिद हसन ने पिछले साल ही जनवरी अदालत में सरेंडर भी किया था। इसके बाद वह एक महीने तक जेल में रहे और जमानत पर बाहर आ गए ।

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