मान्यता तक 12 वी की नहीं, फिर भी हो रही स्कुल में पढ़ाई
बिहार ब्यूरो
पटना : गाय घाट स्थित संत पॉल स्कूल में आज छात्र -छात्राओं ने जमकर बवाल काटा । 10th औऱ 12th सीबीएसई बोर्ड के रिजल्ट को लेकर छात्र-छात्राओं में जबरदस्त गुस्सा था कि मेधावी छात्रों को अंक कम आये और जो मेधावी छात्र नहीं थे उन्हें ज्यादा अंक कैसे मिले ? हंगामा आज सुबह स्कूल के गेट पर शुरू हुआ जो कई घंटों तक चलता रहा । स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने अपने रिजल्ट को लेकर हंगामा किया और उसमें सुधार को लेकर आवाज उठाई ।
उल्लेखनीय है कि संत पॉल स्कूल का सिर्फ दसवीं तक का ही सीबीएसई बोर्ड से पंजीयन है । मगर 12वीं तक के छात्रों को भी वहां पढाया जाता है । ऐसे में सभी छात्रों को जो 12वीं में पढ़ते हैं, उन्हें किसी अन्य स्कूल से फॉर्म भरवाया जाता है और इस फॉर्म भरवाने के एवज में स्कूल प्रबंधन हजारों रुपए की मोटी रकम छात्रों से वसूल करता है ।
सुबह आज जब हंगामा हुआ तो हंगामे के बीच स्कूल प्रबंधन ने लोगों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन उग्र छात्र-छात्राओं ने अभिभावकों के साथ जमकर विरोध किया और बवाल काटा । इस विरोध के कारण आवागमन पर भी असर पड़ा । जानकारी के अनुसार जो छात्र नियमित और अच्छे अंक लाने वाले छात्र-छात्रा थे उन छात्रों को 50 फीसदी अंक भेज दिया गया जबकि स्कूल से बाहर के छात्रों को ज्यादा अंक मिले । इसी कारण स्कूल के छात्रों ने जमकर विरोध किया । छात्रों का कहना था कि हम लोगों ने नियमित शिक्षा पाई थी और किसी भी सूरत में इस तरह कम नंबर आना संभव नहीं था मगर स्कूल प्रबंधन ने मनमानी तरीके से अंको की कोडिंग की जिसके कारण विद्यालय से पढ़ने वाले छात्रों को आगे भी काफी परेशानी होगी और आगे की पढ़ाई में भी परेशानी होगी । प्रदर्शनकारी छात्र छात्राओं ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने ₹20000 की मोटी रकम लेकर बाहरी छात्र छात्राओं का न सिर्फ फॉर्म भरवाया बल्कि उनको ज्यादा अंक देने की अनुशंसा भी की । विवाद बढ़ने पर स्कूल प्रबंधन ने छात्र छात्राओं को शांत करने के लिए संबंधित पुलिस थाना आलमगंज के पदाधिकारियों को बुलाया जिसके बाद स्कूल और छात्रों के बीच मामला शांत हो सका । इतना ही नहीं स्कूल प्रबंधन की ओर से कुछ असामाजिक तत्व भी बुलाये गए जिसने प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं और उसके माताओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जिससे छात्र-छात्राओं को काफी नाराजगी थी ।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व समाज सेवी भरत सिंह ने कहा , संत पौल स्कुल को मान्यता 12 वी तक की नहीं, फिर भी स्कुल में पढ़ाई हो रही । दुसरे स्कुल से फार्म भराए जाते हैं और छात्रों-छात्राओं से मोटी रकम अवैध तरीके से ली जाती है । स्कुल प्रबंधन ने बच्चो की आवाज को रोकने के लिए असमाजिक तत्व भी बुलाये जिसने छात्राओं व उनकी माताओं के साथ अभद्र व्यवहार तक किया । इसके लिए अनुमंडल प्रशासन करवाई करे और चिन्हित असमाजिक तत्व को गिरफ्तार करे ।

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