गया ब्यूरो
गया : विगत कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा विवादित बयान देने के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई थी । विवादित बयान के बाद कुछ दूसरे दल के नेताओं द्वारा जीता राम मांझी के बारे में अमर्यादित तरीके से अपमानित , पैर तोड़ने एवं जीभ काटने की बात कही गयी थी। जिसको लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेताओं एवं उनके समर्थकों में काफी आक्रोश व्याप्त है । इसी कड़ी में गुरुवार को गांधी मैदान से राजेंद्र चौक टावर चौक तक प्रतिरोध मार्च निकाला गया।
प्रतिरोध मार्च करते हुए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के साथ-साथ विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने कहा कि आम जनमानस में संदेश देना चाहते हैं कि गरीब विरोधी, दलित विरोधी मानसिकता वाले लोगों को करारा जवाब दे सके, ताकि भविष्य में इस तरह का बयान देने का मानसिकता नहीं रखे।
प्रतिरोध मार्च में शामिल नेताओं ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा दिए गए बयान के बाद श्री मांझी ने अपनी ओर से बिहार की जनता से माफी मांग लिया था।
उसके बाद भी भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गजेंद्र झा, पता कटाई राजनगर मधुबनी निवासी ने नेता को अपमानित करते हुए कहा कि जो जीतन राम मांझी का जीभ काट कर लाएगा उसको बतौर 11 लाख रुपया इनाम देंगे।
और उस ब्राह्मण का भरण पोषण करेंगे जो सरासर अनैतिक है एवं असंवैधानिक है।
साथ ही साथ हमारे नेता दलित अनुसूचित जाति से हैं और इस तरह खुलेआम मारने ,गाली देने पैर तोड़ने ,जीभ काट लेने की धमकी देना अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कानूनन अपराध है।
गजेंद्र झा और गया में जो समर्थक अपमानित करने का काम किए हैं उस पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।