नहीं रहे स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज

मुख्यमंत्री नीतीश ने द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के महाप्रयाण पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

नेशनल ब्यूरो
नयी दिल्ली / भोपाल (मध्यप्रदेश ) : ज्योतिष और द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की आयु में निधन हो गया। उन्होंने नरसिंहपुर के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में दोपहर साढ़े 3 बजे अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। स्वामी स्वरूपानंदजी आजादी की लड़ाई में जेल भी गए थे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी। स्वरूपानंद सरस्वती को हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्मगुरु माना जाता था। कुछ दिन पहली ही स्वरूपानंद सरस्वती ने अपना 99वां जन्मदिवस मनाया था, जिसमें एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी। उनके निधन पर कई नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए शोक संवेदना व्यक्त किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह , मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के अतिरिक्त कांग्रेस की प्रियंका गाँधी समेत अनेक नेताओं ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है ।

उल्लेखनीय है कि द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में मध्य प्रदेश के निरसिंहपुर में निधन हो गया। उन्होंने अपने आश्रम में दोपहर 3 बजे के करीब अंतिम सांस ली। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपना 99वां जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया था। 2 सितंबर 1924 में उनका जन्म हुआ था। वह द्वारका और ज्योतिर्मठ पीठ के शंकराचार्य थे। उनका बचपन का नाम पोथीराम था। उन्होंने काशी में करपात्री महाराज से धर्म की शिक्षा ली थी। 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के समय वह भी आंदोलन में कूद पड़े थे। उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा। साल 1989 में उन्हें शंकराचार्य की उपाधि मिली थी। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, भगवान शंकराचार्य द्वारा स्थापित पश्चिम आम्नाय श्रीशारदापीठ के पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्राणांत की सूचना अत्यंत दुःखद है। पूज्य स्वामी जी सनातन धर्म के शलाका पुरुष एवं सन्यास परम्परा के सूर्य थे। भारतीय ज्ञान परम्परा में आपके अतुलनीय योगदान को अखिल विश्व अनंत वर्षों तक स्मरण रखेगा। पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के चरणों में अनंत श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!</p>&mdash; Narendra Modi (@narendramodi) <a href=”https://twitter.com/narendramodi/status/1568940944443211776?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 11, 2022</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

पीएम मोदी ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा, द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति

गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। सनातन संस्कृति व धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित उनके कार्य सदैव याद किए जाएंगे। उनके अनुयायियों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें। ॐ शांति

मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर स्वामी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, परम पूज्य ज्योतिष पीठाधीश्वर एवं द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी शंकराचार्य सरस्वती जी के देवलोक गमन का समाचार बेहद दुखद व पीड़ादायक है। अभी कुछ दिन पूर्व ही उनके 99वें प्राकट्योत्सव एवं शताब्दी प्रवेश वर्ष महोत्सव में शामिल होकर उनके श्रीचरणो में नमन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला था। गुरु जी का आशीर्वाद व स्नेह हम सभी पर सदैव रहा है। गुरु जी ने जीवन पर्यन्त धर्म, जनसेवा, समाज कल्याण, परोपकार, मानवता के कई उल्लेखनीय कार्य किये है। उनका जाना धर्म के क्षेत्र की एक ऐसी क्षति है जो अपूरणीय है। उनके श्रीचरणो में नमन।

मुख्यमंत्री नीतीश ने द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के महाप्रयाण पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने धर्म, अध्यात्म एवं परमार्थ के लिये अपना पुरा जीवन समर्पित कर दिया। उनका निधन संत समाज एवं अध्यात्मिक जगत के लिये अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत पुण्य आत्मा की चिर शांति एवं परिजनों तथा प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

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