मामला कुरई जनपद का
Yogesh suryawanshi 07 जून शनिवार
सिवनी/कुरई : जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड कुरई जनपद में वर्षों से जमे दलाल प्रवृत्ति के कर्मचारी ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में बाधा बने हुए हैं। ग्राम पंचायत पचधार के अंतर्गत आने वाले ग्राम आमाझिरी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
*अधूरी नल-जल योजना*
“हर घर नल, हर घर जल” योजना के तहत ग्राम में टंकी एवं पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ किया गया था, लेकिन यह कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जगह-जगह खोदी गई नालियां भी पूरी नहीं हो पाई हैं, जिससे क्षेत्र में अव्यवस्था बनी हुई है। आश्चर्यजनक रूप से, विभाग ने इस अधूरे कार्य को ग्राम पंचायत को हैंडओवर कर दिया, जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
*स्वच्छता व आधारभूत सुविधाओं का अभाव*
ग्राम पंचायत द्वारा नालियों की सफाई ना होने के कारण मुख्य सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। वहीं, ग्राम के प्राथमिक विद्यालय में बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे आगामी शिक्षण सत्र में बच्चों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
*पेयजल संकट और स्वास्थ्य जोखिम*
ग्राम के मोहल्लों में लगे हैंडपंपों के आसपास गंदगी और पानी भरे होने की वजह से वार्डवासियों को साफ पेयजल नहीं मिल पा रहा है, जिससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
*कार्रवाई की मांग*
ग्राम के ही अधिवक्ता आकाश जायसवाल ने संबंधित विभागों से इस मामले की गहन जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि ग्रामीणों को उनके अधिकारों के अनुरूप मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हो सकें।