कहा, आजादी के बाद से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा कुर्था
अरवल ब्यूरो
कुर्था अरवल, स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के कुर्था बाजार में बर्षो से सड़कों पर वह रहे गंदे नाली के पानी के वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, अंततः शुक्रवार को आक्रोशित लोगों ने दर्जनों की संख्या में कुर्था बीच बाजार की सड़क पर बह रहे नाली के पानी में ही धान रोपकर राज्य सरकार से लेकर स्थानीय सांसद व विधायक के प्रति गहरा विरोध जताया । उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कुर्था अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है । हालांकि कई बार कुर्था विधानसभा क्षेत्र से सत्ताधारी दल के विधायक व सांसद निर्वाचित होते रहे हैं ।
हाल ही में महागठबंधन के प्रत्याशी बागी कुमार वर्मा को कुर्था विधानसभा क्षेत्र से जीत मिली परंतु अब तक किसी ने कुर्था बाजार के जर्जर समस्याओं के प्रति अपना ध्यान आकृष्ट नहीं कर सका जिससे गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को स्थानीय सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी व स्थानीय विधायक बागी कुमार वर्मा का जमकर विरोध जताया । उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर अगर कुर्था बाजार की सड़कें और नाली की निर्माण नहीं की जाती है तब कुर्था में सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी व विधायक बागी कुमार वर्मा को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा । साथ ही आक्रोशितों का कहना था कि कई बार इस समस्या को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिले के आला अधिकारियों तक गुहार लगाई गई लेकिन किसी ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया । मजबूरन हम लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा उन्होंने कहा कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक हम लोग अनवरत ऐसे ही आंदोलन जारी रखेंगे हालांकि आक्रोशीत लोगों ने कुर्था बीच बाजार, कुर्था मस्जिद के समीप, महावीर मोड़ के समीप,ब कुर्था बस स्टैंड में धान की रोपनी कर राज्य सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों का विरोध जताया ।
बताते चलें कि किसान नेता पंडित यदुनंदन शर्मा, मजदूर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, स्वतंत्रता सेनानी फैजउल हक, श्याम बिहारी बेनीपुरी व कॉ वीरेंद्र विद्रोही,जगदेव प्रसाद की भूमि कहे जाने वाले कुर्था की धरती से कभी राज्य की सत्ता का केंद्र बिंदु माना जाता था परंतु विडंबना इस बात की है कि इन शहीदों के धरती पर आज भी विकास की रोशनी नहीं पहुंच सकी है । इस मौके पर रामविनय यादव, निशिकांत कुशवाहा, अमरजीत कुशवाहा, दीपू कुशवाहा, निर्भय कुशवाहा, बटेश्वर सिंह,अमलेश यादव, नित्यानंद यादव, उपेंद्र यादव, रूपेश कुमार ,निर्भय कोइरी, तेजस, उमेश कुमार, बलवीर कुमार, अमरेश यादव, हंस कुमार समेत दर्जनों की संख्या में ग्रामीण शामिल थे