- बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का सपना महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं
- समाज में जो देखना चाहती हैं, उसकी शुरुआत घर से करें महिलाएं
- डॉ. तारा श्वेता आर्य समेत 101 महिलाओं ने ली जदयू की सदस्यता, इनमें 51 अल्पसंख्यक युवतियां शामिल
- बिहारी मूल के अमेरिकी एनआरआई त्रिपुरारी सिंह ने भी ली जदयू की सदस्यता
जदयू मुख्यालय में महिला दिवस पर भव्य आयोजन
विजय शंकर
पटना : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में महिला जदयू ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जिसके उद्घाटनकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा थे, जबकि अध्यक्षता महिला जदयू की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती श्वेता विश्वास ने की। इस मौके पर कई वरिष्ठ नेत्री मौजूद रहीं, जिनमें मंत्री श्रीमती लेसी सिंह, पूर्व मंत्री श्रीमती रंजू गीता, बिहार राज्य संस्कृत बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा, श्रीमती मालती सिंह, श्रीमती किरण रंजन, श्रीमती रीना चौधरी, श्रीमती रुचि अरोड़ा, डॉ. तारा श्वेता आर्य, श्रीमती पूनम झा, श्रीमती ममता शर्मा आदि प्रमुख हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह के समक्ष इस अवसर पर 51 अल्पसंख्यक युवतियों समेत कुल 101 महिलाओं ने जदयू की सदस्यता ली। सदस्यता लेने वाली महिलाओं में डॉ. तारा श्वेता आर्य शामिल हैं। ध्यातव्य है कि इसी मौके पर अमेरिकी एनआरआई एवं मूल रूप से बाढ़, बिहार के निवासी श्री त्रिपुरारी सिंह ने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके पर अपने संबोधन में श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शासन में आते ही गैरबराबरी खत्म करने की ठानी। चाहे वो जाति के स्तर पर हो, क्षेत्र के स्तर पर हो या लिंग के स्तर। देखा जाय तो लैंगिक गैरबराबरी के रहते समाज कभी समाज का सही विकास नहीं हो सकता क्योंकि अगर आपके शरीरा का आधा हिस्सा ठीक से काम न कर रहा हो तो पूरा शरीर काम का नहीं रह जाता। गांधी, जेपी, लोहिया जैसे महापुरुषों ने आधी आबादी को जैसा सम्मान और स्थान देने की बात कही थी उसे स्वतंत्र भारत में हमारे नेता ने मूर्त रूप दिया।
श्री आरसीपी सिंह ने महिलाओं से कहा कि वे राजनीति में रुचि लें। राजनीति ही तय करेगी कि आप घर से निकलिएगा कि नहीं। बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का सपना आपकी भागीदारी के बिना संभव नहीं। उन्होंने महिलाओं से कहा कि आप समाज में जो देखना चाहती हैं, उसकी शुरुआत अपने घर से करें। मां और बेटी के रूप में या सास और बहू के रूप में घर का माहौल और सुकून आप पर निर्भर करता है। हमारी आने वाली पीढ़ी में संस्कार भरने का काम आप ही कर सकती हैं और दहेजप्रथा जैसी कुरीति भी आपके सक्रिय सहयोग के बिना जड़ से नहीं मिट सकती।
श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि आज बिहार में महिलाओं के उत्थान और सर्वांगीण विकास के लिए इतनी योजनाएं हैं कि देश और दुनिया में उनकी चर्चा हो रही है। शराबबंदी जैसा बड़ा निर्णय भी श्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के आग्रह पर लिया था। पंचायती राज, स्थानीय निकाय और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के आरक्षण तक ही हमारी पार्टी नहीं रुकेगी। हम चाहते हैं कि उन्हें राजनीतिक भागीदारी भी मिले। हमने इस बार विधानसभा चुनाव में 22 महिलाओं को टिकट दिया। 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनावों में हमारी कोशिश होगी कि महिलाओं को एक तिहाई टिकट दें।
प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने आधी आबादी के आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक उत्थान के लिए अनवरत काम किया है। आगे भी उनके नेतृत्व में पार्टी महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए इसी तरह प्रतिबद्ध रहेगी।
मंत्री श्रीमती लेसी सिंह ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए जो किया है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। आने वाला समय उनके योगदान को याद रखेगा।
महिला जदयू की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती श्वेता विश्वास ने कहा कि शीघ्र ही बिहार के हर बूथ पर जदयू की ओर से बूथ सखी बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा।