बंगाल ब्यूरो
कोलकाता । गुरुवार से शुरू हुए बांग्ला नववर्ष के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुभकामनाएं दी है।
पोइला बैशाख से बंगाल में नव वर्ष की शुरुआत होती है। पर पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में ट्वीट कर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दी है और उनकी समृद्धि की कामना की है।
बता दें कि बंगाली कलैंडर के अनुसार बैशाख महीने से नए वर्ष की शुरुआत होती होती है। पोइला बौइसाख यानी बैशाख का पहला दिन। पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, औडिशा, असम और आसपास के राज्यों में पहला बैशाख के उत्सव का धूमधाम से पालन किया जाता है। इस वर्ष बंगाल में चुनाव के लिए मतदान चल रहे हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां उत्सव को लेकर विशेष शुभकामनाएं दे रही हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है, “यह नया साल और पश्चिम बंगाल की महान भूमि के लिए नई शुरुआत और प्रगति का संकल्प!” उन्होंने अपने ट्वीट में एक वीडियो भी इम्बेड किया है, जिसमें बंगाल के विकास की रूपरेखा दिखाई गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “शुभ त्योहार पोयला बोइशाख के अवसर पर, मैं अपने सभी बंगाली दोस्तों को अपने प्यार और शुभकामनाएं देना चाहता हूं। यह नया साल सभी के जीवन में खुशी, शांति और समृद्धि लाए। नया साल मुबारक हो!” चुनावी मौसम से गुजर रहे पश्चिम बंगाल के लिए दोनों ही शीर्ष नेताओं का यह ट्वीट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बांग्ला नव वर्ष पर बोले विजयवर्गीय : यह होगा परिवर्तन का नव वर्ष
कोलकाता। भाजपा के महासचिव और बंगाल ईकाई के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्ला नववर्ष ‘पोइला बैशाख’ पर परिवर्तन का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, “बंगाली कलैंडर के अनुसार पोइला बैशाख से नए वर्ष का शुभारम्भ होता है। यह नव वर्ष पश्चिम बंगाल की जनता के लिए नई-नई सौगात लेकर आने वाला है। यह परिवर्तन का नवर्ष होगा। उन्होंने कहा,” पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चार चरणों में मतदान हो चुका है। इन चार चरणों में मिले भारी समर्थन से तय है कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। आइये इस दिन हम सब संकल्प लेते हैं कि अगले चार चरणों में होने वाले मतदान में भाजपा उम्मीदवारों को अपना-अपना वोट देंगे।”
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “यह साल नया पश्चिम बंगाल में विकास लाएगा और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी। बंगाल की जनता माफियाराज के समाप्त होने पर चैन की सांस लेगी। लोकतंत्र बहाली के संकल्प के साथ ही नए साल का स्वागत, वंदन, अभिनंदन और आप सबको शुभकामनाएं।”
उन्होंने कहा, “पिछले छह वर्षों से बीजेपी के महासचिव और राज्य प्रभारी के नाते पश्चिम बंगाल में हूं। बंगाल का कई बार दौरा कर चुका हूं। ऐसा कोई मठ या मंदिर नहीं होगा, जहां जाकर मैंने नमन न किया हो। मेरा बंगाल, बांग्ला भाषा और बंगाली संस्कृति से गहरा नाता रहा है। मेरी पत्नी कोलकाता से हैं। इस नाते इंदौर का बंगाली समाज मुझे दामाद की तरह सम्मान देता रहा है। बंगाल के संतों के अलावा नेता, कलाकारों, साहित्यकारों आदि से मेरा संबंध रहा है। बंगाल के क्रांतिकारियों का मुझ पर बहुत असर रहा है।”
उन्होंने कहा, ” जनसंघ के संस्थापक डा.श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नारे एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे, ने मुझे बहुत प्रभावित किया था। अति प्रसन्नता की बात है कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए की समाप्त करके बंगाल के महान सपूत को नरेंद्र मोदी सरकार ने सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बंगाल से राजनीति की शुरुआत करने वाले डा.मुखर्जी के राज्य में अब उनकी विचारधारा के अनुसार कार्य होगा। डा.मुखर्जी ने ही सबसे पहले मुस्लिम तुष्टिकरण नीति का विरोध किया था।”
उन्होंने कहा, “तुष्टिकरण की नीति के कारण ही बंगाल में पहले कम्युनिस्टों और दस साल के राज के दौरान ममता बनर्जी सरकार ने हिन्दुओं के तीज-त्योहार मनाने पर रोक लगा दी. सरस्वती पूजा, रामनवमी, हनुमान जयंती आदि मनाने पर को लगा दी गई। हिन्दुओं को तरह-तरह से प्रताड़ित किया गया। अवैध मुस्लिम घुसपैठियों के कारण लाखों हिन्दुओं को आतंक और डर के कारण अपने-अपने गांवों से पलायन करना पड़ा। इस दिन से राज्य में जोरशोर से तीज-त्योहार मनाने की तैयारी शुरु हो गई है।”