विजय शंकर
पटना : कला जागरण पटना द्वारा आयोजित तीन दिवसीय हास्य नाट्य महोत्सव का आरम्भ डा.जितेन्द्र सहाय लिखित “99 का फेर” नाटक के मंचन के साथ हो गया| संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से आयोजित इस महोत्सव में निन्यानबे का फेर को बिहार के वरिष्ठ रंगकर्मी सुमन कुमार ने परिकल्पित और निर्देशित किया| कला जागरण की प्रस्तुति यह नाटक समाज में फैले दानव रूपी कुप्रथा दहेज प्रथा पर आधारित है| यह नाटक कौतूहल व्यंग और हास्य से भरपूर है| शहर के मशहूर जमींदार राय साहब पर जो अपने विदेश से लौटे बेटे की शादी दहेज़ लेकर हीं करना चाहते हैं | देखते तो कई लड़कियों को है पर दहेज के मोलभाव में सब को छोड़ते ही रहते हैं| इसी क्रम में मशहूर इंजीनियर प्रसाद साहब और मलेरिया अफसर सिन्हा साहब अपनी बेटी की शादी का रिश्ता लेकर आते हैं| एक की बेटी बेहद मोटी है जबकि दूसरे की बेटी दुबली होती है| राय साहब के सुपुत्र कुंवर साहब दहेज के सख्त खिलाफ हैं|वो सुन्दर,सुशील और गुणवंती लड़की से शादी करना चाहते हैं| डा.शान्ति जो राय साहब के पड़ोस में रहती है और पेशे से चिकित्सक है को लड़की के स्वास्थ जांच के लिए बुलाया जाता है| कुंवर साहब को डा.शान्ति का स्वभाव और उनकी सरल सोच बेहद पसंद आती है|परिस्थितियाँ बदलती है और उसी से शादी का फैसला कर लेते हैं|
मंच पर~
राय साहब : हीरा लाल राय, मुंशी फुदुकलाल : मिथिलेश कुमार सिन्हा
मिस्टर प्रसाद : संजय राय, मिस्टर सिन्हा : आदर्श प्रियदर्शी
कुंवर जी : राकेश कुमार, डा.शान्ति : आकांक्षा प्रिया
हरवंशी लाल : सितेश कुमार सिंह, चमक्नाथ : अमन कुमार पुरी
पुजारी : हरि कृष्ण सिंह , लड़की-1 : आरती सिन्हा
लड़की-2 : शाम्भवी पोद्दार, फुदुकलाल की पोती : आराध्या सिन्हा
मंच परे ~
संगीत संयोजन : सुधांशु सौरव, संगीत संचालन :उपेन्द्र कुमार, रूप सज्जा :अंजू कुमारी, मंच परिकल्पना : प्रदीप गांगुली , मंच निर्माण : सुनील कुमार , मंच सज्जा :आदर्श वैभव, वस्त्र विन्यास : रीना कुमारी , वस्त्र सहयोग : एस.कृष्णन नायडू , प्रकाश संचालन :राजकुमार शर्मा,
पूर्वाभ्यास एवं प्रस्तुति समन्वय : रणविजय सिंह/सौरभ कुमार राय/सनाया परिधि/शिल्पी प्रस्तुति प्रभारी :रोहित कुमार
नाट्यकार : डा.जितेन्द्र सहाय परिकल्पना एवं निर्देशन : सुमन कुमार
आभार :- बिहार आर्ट थियेटर परिवार,एच.एम.टी.,प्रांगण,प्रयास रंग एवं मीडिया जगत के सभी सहयोगी गण|
विशेष आभार:- गणेश प्रसाद सिन्हा,अखिलेश्वर प्रसाद सिन्हा,डा.किशोर सिन्हा,नीलेश्वर मिश्र,कन्हैया प्रसाद,सुषमा सिन्हा
नोट: कल 28 अगस्त 2021 को संध्या 5:30 से नुक्कड़ नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा और संध्या 6:30 से वायरस नाटक का मंचन किया जाएगा |