धनबाद ब्यूरो
कतरास-धनबाद) : कतरास थाना अंतर्गत राजस्थानी धर्मशाला के समीप यादव चाय दुकान पर कोयला व्यावसायी नीरज तिवारी हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान पर अगर भरोसा करे, तो रांची होटवार जेल में बंद अमन सिंह के गिरोह के शूटर आशीष रंजन उर्फ छोटू व गोधर के अमर रवानी ने ताबड़तोड़ नीरज को गोली मार कर हत्या की। कांड की योजना रौनक गुप्ता ने बनाई थी। बाद में रौनक ने स्वयं दिखावे के लिए खुद को गोली मारी थी। इस घटना में दानिश नामक एक अपराधी का भी सहारा लिया गया। भगत मुहल्ला के ही गणेश गुप्ता ने रैकी की। जमुई (बिहार) से गिरफ्तार दिलीप यादव ने शूटरों को लाया था। मगर उसे यह जानकारी दी गयी थी कि बड़ी लूट की घटना को अंजाम देना है। रौनक की चलायी रिवाल्वर व शूटरों की बाइक बरामद कर ली गयी है। हालांकि नीरज को 9 एमएम की रिवाल्वर लेकर आशीष यूपी फरार हो गया है। घटना के कारणों में यह पता चला है कि नीरज पुलिस के करीब आ गया था, पुलिस मुखबिरी का काम भी कर रहा था। जबकि रौनक अमन गिरोह के लिए काम करता था। कतरास में संजय लोयलका के यहां बम फ़ेंकवाने में रौनक की भूमिका थी। इस मामले में राजेश बधवान गिरफ्तार हुआ है। रौनक का मानना है कि नीरज ने ही राजेश की गिरफ्तारी कराई है। अगर ऐसा रहा,तो रौनक भी गिरफ्तार हो जाएगा या नीरज उसकी हत्या करा देगा। ऐसा सन्देह भी रौनक को है। इस लिए घटना को अंजाम दिया गया।