धंनजय
कतरास-(धनबाद): कतरास की समुदायिक भवन में मंगलवार को शहीद भगत सिंह स्मारक समिति द्वारा अमर शहीद भगत सिंह की 114वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने सर्वप्रथम वहां पर स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। और उपस्थित लोगों ने लाल सलाम के नारे लगाए, दीप नारायण ने भगत सिंह को याद करते हुए कहा कि वह महान देशभक्त और क्रांतिकारी थे। उनका नारा था कि तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है कि जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है। वहीं वार्ड दो के पार्षद प्रतिनिधि मासूम खान ने कहा कि भगत सिंह आजादी की इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा हुआ है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि वह आजादी की लड़ाई के बहुत ही बड़े क्रांतिकारी थे, भगत सिंह का जन्म आज के दिन 28 सितंबर 1907 को हुआ था। अंग्रेजों द्वारा 23 मार्च 1931 को उन्हें फांसी दे दी गई थी। भारत की आजादी के लिए नौजवान भारत सभा की स्थापना की थी, अगर उस समय के बड़े नेता उनकी उनकी साथ दी होती तो देश और पहले भी आजाद हो जाता। आज देश में बढ़ते सामंतवादी विचारों को कुचलने की जरूरत है। मौके पर त्रिवेणी, चुन्ना यादव, लल्लन, गौतम ऋषि, फिरोज, प्रकाश, रवि, पिंटू गुप्ता, बाबला आदि अन्य उपस्थित थे। सभी ने भगत सिंह को लाल सलाम नारे के साथ सलामी दी और श्रद्धांजलि दी।