बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : धनबाद समाहरणालय सभागार में पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। संबंध में उपायुक्त ने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार जिले से प्रमुख पर्यटन स्थलो को श्रेणीबद्ध कर विभाग को अनुशंसा भेजने के उद्देश्य से आज की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई तथा अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय पर्यटन स्थलों को श्रेणी वार चयन करने के लिए विचार विमर्श किया गया। बैठक में टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि यह बैठक लंबे अंतराल के उपरांत हो रही है। उन्होंने पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक नियमित अंतराल पर कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि तोपचाची में ब्रिटिश जमाने का बना हुआ डैम है। जहां से बिना मोटर के झरिया एवं बाघमारा में जल आपूर्ति की जाती है। वहां निरंतर बड़े-बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। तोपचांची में झमाडा का एक गेस्ट हाउस भी है। जिसका रखरखाव आवश्यक है। यदि डैम में विकास के कार्य होते हैं तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ उन्होंने भटिंडा जलप्रपात, चिटाहि धाम, लिलोरी स्थान आदि पर्यटक स्थलों का चयन कर उसके विकास के लिए विभाग को अनुशंसा भेजने का सुझाव दिया।
झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कल्याणेश्वरी मंदिर, दामोदर सूर्य मंदिर चासनाला, मोहलबनी श्मशान घाट के पास स्थित काली मंदिर, सिंदरी के प्रियदर्शनी पार्क, राजा तालाब झरिया एवं राजगढ़ मंदिर का चयन कर उसके विकास के लिए विभाग को अनुशंसा भेजने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि धनबाद जिले में झारखंड के अन्य जिलों से अधिक केंद्रीय शिक्षक संस्थान स्थित है। शिक्षा के मामले में हमारा जिला अत्यंत विकसित जिला है। अतः हमें शिक्षा आधारित पर्यटन को भी बढ़ावा देने की आवश्यकता है। बैठक के दौरान कोल माइनिंग आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। धनबाद रेलवे स्टेशन पर पर्यटक सेवा केंद्र बनाने एवं मुख्य स्थानों पर पर्यटन से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड लगाने का निर्णय लिया गया। साथ प्रमुख पर्यटन स्थलो पर बैठने की व्यवस्था, शेड, लाइट एवं शौचालय के निर्माण आदि के संबंध में भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, चिरकुंडा नगर परिषद की अध्यक्ष, जिले के सभी माननीय सांसद एवं विधायक गण से प्रतिनिधि गण, उपायुक्त, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था), निदेशक डीआरडीए, जिला योजना पदाधिकारी, होटल एसोसिएशन ऑफ धनबाद के अध्यक्ष समेत अन्य ने लोग उपस्थित थे।