बिहार ब्यूरो
पटना : सुपौल स्थित पब्लिक लाइब्रेरी एण्ड क्लब परिसर में जिला जद(यू.) द्वारा रविवार को ‘कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद जद(यू.) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा का कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुपौल के जद(यू.) जिलाध्यक्ष राजेन्द्र यादव ने की।
इस अवसर पर माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सुपौल की ऐतिहासिक धरती और वहां के विभूतियों को नमन करते हुए कहा कि सुपौल पहुंचने पर काफी सुखद अनुभूति हो रही है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए सुपौल के विकास में माननीय मंत्री श्री बिजेन्द्र यादव के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच का ही प्रतिफल है कि आज जदयू आम आवाम के बीच अपनी अलग पहचान बना सकी है। माननीय मुख्यमंत्री ने बिहार को आज जिस ऊंचाई पर पहुंचाया है वह किसी से छिपा नहीं है। पिछले 15-16 वर्षों में प्रदेश में विकास के जो काम हुए हैं उतना काम किसी भी राज्य में नहीं हुआ। मुख्यमंत्री की सोच और कार्यकर्ताओं के मेहनत के बल पर जनता से चौथी बार काम करने का मौका दिया है। अपने काम के बदौलत ही माननीय मुख्यमंत्री देश और दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहे सरकार के दौरान हर क्षेत्र में विकास हुआ और यह सिलसिला आज भी जारी है बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में सरकार की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है और विकास कार्यक्रमों को बिहार के कोने-कोने तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है सरकार की मंशा है कि समाज के सभी वर्गों का विकास हो और सभी क्षेत्रों में पूर्ण विकास हो और इसी उद्देश्य से सरकार के द्वारा कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हालांकि इतने काम के बावजूद विगत विधानसभा चुनाव में जो परिणाम आए वह संतोषजनक नहीं थे। इसलिए आने वाली 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव में हमारा बेहतर प्रदर्शन हो इसके लिए हमें अभी से पूरी तैयारी करनी है। उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने बिहार को गर्त में पहुंचाने का काम किया। उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कितना भी विकास का काम कर ले लेकिन वे सिर्फ आलोचना करने का काम करते हैं। वे लोग बिहार में सिर्फ वोट मांगने के समय नजर आते हैं और जब बिहार के लोग जब आपदा से जूझ रहे होते हैं तो वे दिल्ली में प्रवास कर रहे होते हैं। सरकार की आलोचना करने से पहले उन्हें अपने माता-पिता के शासनकाल को याद करना चाहिए। 90 के दशक को याद करने पर लोगों की रूह कांप जाती है। उस समय में बिहार में क्या हालात थे, यह हर कोई जानता है। राज्य के लोग किसी तरह से अपनी जिंदगी को काट रहे थे। हत्या, लूट, अपहरण, फिरौती रोज की बात हो गई थी।
आतंक राज से त्राहिमाम कर रही बिहार की जनता ने 2005 में जब सत्ता की बागडोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी हाथों में दी, बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ और बिहार तेजी से विकास के पथ पर चल पड़ा। सरकार 500 से अधिक जन कल्याणकारी योजनाएं चला रही है जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है। बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सड़क हर क्षेत्र में विकास के काम हुए। प्रदेश में सड़क, पुल-पुलिया का जाल बिछाया गया जिसका नतीजा है कि आज बिहार के किसी भी कोने से लोग मात्र 5 घंटे में राजधानी पटना पहुॅंच रहे हैं लेकिन पहले सड़कों की जर्जर स्थिति के कारण लोग दिनभर में भी पटना नहीं पहुंच पाते थे। सड़कों के दोनों ओर छायादार वृक्ष लगाये गये हैं जिस कारण लोग बिना किसी परेशानी के यात्रा करते हैं। यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार ने हर गांव और टोले में संपर्क पथ का निर्माण कराया। जो टोला मुख्य सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं सरकार उसका चयन कर सड़क का निर्माण करा रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र यादव के प्रयास और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आज बिहार के हर घर तक बिजली पहुंची है। खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को अलग से सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। जब तक गांव और किसानों का विकास नहीं होगा बिहार और देश का विकास संभव नहीं है। इसके लिए सरकार पूरी तरह से संबेंदनशील हैं। किसानों की समस्या को दूर करने के लिए सरकार कृषि रोड मैप बनाकर योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। किसानों की आय दोगुना करने के लिए सरकार प्रयासरत है। देश के हर थाली में बिहार का व्यंजन हो, यह सपना अब साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार में सब्जी फेडरेशन का गठन किया गया ताकि इस फेडरेशन के माध्यम से सब्जी उत्पादक किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इसके तहत पूरे राज्य में समितियों का गठन किया जा रहा है ताकि किसानों के उत्पाद का सही मूल्य मिल सके। राजधानी पटना में जो रेट सब्जी का है वहीं रेट जिला के किसानों को भी मिले, इसकी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सरकार किसानों को अनुदान भी दे रही है। सब्जियों को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत युवाओं को रोजगार करने के लिए राशि उपलब्ध करायी जा रही है। इसके लिए 50 प्रतिशत का अनुदान सरकार द्वारा दिया जा रहा है। महिलाओं को सबल बनाने के लिए सरकार अनेक योजनाएं चला रही है। जीविका के माध्यम से लाखों महिलाएं आज सशक्त होकर अपना घर चला रही हैं। महिला सशक्तिकरण को बल देने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने महिलाओं को पंचायत और नगर निकाय के चुनावों में 50 प्रतिशत का अरक्षण देने का काम किया। जिसका परिणाम है कि आज बड़ी संख्या में महिलाए निर्वाचित होकर पंचायत से लेकर राज्यस्तर तक बिहार के विकास में अपना योगदान दे रही हैं। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी का अरक्षण दिया जा रहा है। आधी आबादी कैसे सशक्त हो इसपर सरकार की पूरी नजर है और इसको लेकर जो भी काम है किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि समाज में व्याप्त कुरितियों के खिलाफ आगामी 22 दिसंबर से मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का भ्रमण करेंगे। राज्य की महिलाओं की मांग पर बिहार में शराबबंदी कानून के सख्ती से लागू किया गया। बिहार में शराब बंद होने से साकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। लोग लाख कोशिश कर लें बिहार में शराबबंदी कानून लागू रहेगा।
उन्होंने संगठन की मजबूती के लिए कार्यकर्ताओं से सुझाव मांगते हुए कहा कि पार्टी ने 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों को चुनौती के रूप में लिया है और कार्यकर्ताओं के बल पर 243 का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए पार्टी को निचली इकाई तक मजबूत करना होगा। जब तक निचली इकाई मजबूत नहीं होगी तब तक संगठन मजबूत नहीं होगा। सुपौल जदयू के लिए हमेशा से स्तंभ जिला रहा है। लेकिन संगठन और मजबूत हो इसके लिए कार्यकर्ताओं से जो सुझाव मिले हैं उस पर काम किया जाएगा। कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए जल्द ही दो दिवसीय कार्यक्रम निर्धारित किया जाएगा। पंचायत स्तर पर समाजिक सरोकार से जुडे लोगों को पार्टी से जोड़कर सशक्त बूथ कमिटि बनाने की जरूरत है।
विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी एक्टिव मोड में काम कर रही है। आगामी 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनावों में जो चुनौतियां हैं उसे अवसर में बदलने के लिए अभी से ही पूरी तन्मयता से काम करने की जरूरत हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि आनेवाले समय में सरकार की जितनी भी कमिटियां हैं उसमें उन्हें जगह दी जाएगी। पार्टी में कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता है। हमारी पार्टी में जो भी लोग आते हैं पार्टी उनके मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखती है। जिसका परिणाम है कि बड़ी संख्या में दूसरे दलों के लोग संगठन से जुड़कर अपना दायित्व निभा रहे हैं। उन्होंने कहा पार्टी जल्द ही मूल्यांकन एप को लॉन्च करने जा रही है जिसके माध्यम से संगठन से जुड़े लोगों के काम का आकलन किया जाएगा। संगठन की निचली इकाई के कार्यकर्ता भी अगर अच्छा काम करेंगे तो उन्हें प्रदेश की इकाई में उचित स्थान दिया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधायक रामविलास कामत, विधायक श्रीमती वीणा भारती, पूर्व विधायक लखन ठाकुर, श्रीमती सगुप्ता अजीम और मूलचंद गेलछा समेत पार्टी के कई गणमान्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।