विजय शंकर
पटना : देश के जानमाने उद्योगपति एवं राज्य सभा सांसद महेन्द्र प्रसाद जिन्हें किंग महेन्द्र के नाम से भी जाना जाता था, के निधन पर बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को उद्योग जगत के लिए एक अपूर्णींय क्षति बताया।
महेन्द्र प्रसाद के निधन पर मर्माहत एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके जीवन के संघर्ष, उद्यमशीलता और उनकी सफलता को याद करते हुए कहा कि महेन्द्र प्रसाद जी बिहार के चन्द गिने चुने सफल उद्यमियों में से आते हैं जिन्होंने देश के कॉर्पोरेट जगत में अपनी पहचान कायम की। उनकी सफलता एवं पहचान इस रूप में भी अहम है कि वो प्रथम पीढ़ि के उद्यमी थे, उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि किसान की थी। उनके अन्दर बचपन से ही व्यवसाय के प्रति रूचि थी। 31 वर्ष की आयु में ।तपेजव च्ींतउंबमनजपबंसे नामक कंपनी की स्थापना की तथा कालान्तर में अपनी मेहनत और काविलियत के बल पर 180 करोड़ यू.एस. डालर का नेटवर्क खड़ा करने में सफल रहे। किंग महेन्द्र जी लगभग 3 दशक से भी ज्यादा समय से संसद सदस्य रहते हुए राजनीतिक जीवन में भी अपनी पहचाल स्थापित की। उद्योग एवं राजनीतिक जीवन में सक्रियता के साथ साथ समाज तथा जरूरतमंद लोगों के लिए भी बहुत सारे कार्य किये।
उनका निधन सचमुच में उद्योग जगत एवं समाज के लिए एक अपूर्णींय क्षति है। उनका जीवन, उनका संघर्ष तथा उनकी सफलता हमेशा सबों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा।