बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल से सटी बांग्लादेश की सीमा पार गायों की तस्करी करने के अवैध धंधे के खिलाफ जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने गुरुवार सुबह से ही सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े एक कारोबारी के कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। इसके अलावा जांच अधिकारियों की टीम कोयला तस्करी के मामले में भी तलाशी अभियान चला रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि विनय मिश्रा नाम के एक कारोबारी के कोलकाता स्थित तीन घरों पर छापेमारी चल रही है। कोलकाता के रासबिहारी और चेतला में उसके दो घर हैं जहां सुबह के समय सीबीआई की टीम पहुंची। इसके अलावा लेकटाउन में भी उसका तीसरा घर है। जहां जांच एजेंसी की टीम ने तलाशी अभियान चलाया।
जानकारी के अनुसार विनय मिश्रा राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के महासचिव हैं।छापेमारी को लेकर बंगाल सरकार हाय-तौबा कर रही है और विपक्ष पर आरोप लगा रही है । पिछले कई दिनों से वह फरार हैं। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि गौ तस्करी के मामले में गिरफ्तार बीएसएफ के कमांडेंट सतीश कुमार और इनामुल हक से पूछताछ के बाद विनय मिश्रा के बारे में पता चला था। इसके अलावा इनामुल हक के पास से एक डायरी बरामद हुई है जिसमें मिश्रा का नाम लिखा गया है। पता चला है कि विनय मिश्रा का संबंध सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक है और पूरे राज्य में गौ तस्करी का कारोबार को बेरोकटोक जारी रखने के लिए कई प्रभावशाली नेताओं की जेब में करोड़ों रुपये डाले गए हैं। इसमें विनय मिश्रा की भूमिका सबसे बड़ी रही है। इसलिए सीबीआई उसकी तलाश कर रही है। जांच एजेंसियों को संदेह था कि राज्य पुलिस इस मामले में जांच में सहयोग नहीं करेगी। इसलिए छापेमारी करने के लिए निकली सीबीआई की टीम ने अपने साथ सीआरपीएफ की टुकड़ी रखी है। बताया गया है कि विनय मिश्रा के तीनों घरों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
इसके अलावा सीबीआई की टीम ने कोयला तस्करी के आरोपित व्यवसाई नीरज सिंह के कोन्नगर और हावड़ा के सलकिया स्थित आवास पर भी छापेमारी की। नीरज के अलावा दो अन्य कारोबारियों के ठिकाने पर भी तलाशी अभियान चलाए गए हैं। दरअसल कोयला तस्करी का सरगना अनूप माझी उर्फ लाला है। नीरज सिंह लाला के सहयोगी रहे हैं। सीबीआई की गिरफ्त से लाला फिलहाल फरार है इसलिए उसके करीबी कारोबारियों के घर भी तलाशी अभियान चल रहे हैं। पता चला है कि नीरज ने कोयला तस्करी के बाद हवाला के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट करने में भूमिका निभाई थी। इसलिए सीबीआई इन जगहों पर छापेमारी कर रही है। खबर है कि नीरज सिंह के घर से भी कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं। हालांकि कोलकाता, हावड़ा और हुगली तीनों ही जिलों में हुई छापेमारी में आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। सीबीआई के पहुंचने से पहले ही वे फरार हो गए थे।