कोई गलत काम नहीं किया है और लडाई लड़ने को तैयार: नवाब
फ़िलहाल मंत्री नवाब मलिक इस्तीफा नहीं देंगे : एनसीपी
महाराष्ट्र ब्यूरो
मुंबई : एनसीपी नेता नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाई है । महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बैठक की जिसमें शरद पवार के घर हुई बैठक में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्री छगन भुजबल, हसन मुशरिफ और राजेश टोपे मौजूद थे । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को फोन कर मामले पर चर्चा की । बैठक के बाद फैसला लिया गया कि कल सभी विपक्षी दल मिलकर विरोध प्रदर्शन करेंगे । शरद पवार ने कहा कि फ़िलहाल नवाब मलिक मंत्रिपद से इस्तीफा नहीं देंगे ।
गिरफ़्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगे , क्योंकि उनकी गिरफ़्तारी ही गलत तरीके से हुयी है । उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और लडाई वे लड़ने को तैयार हैं । गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने कहा कि वह ना डरेंगे, ना झुकेंगे. मलिक से बुधवार की सुबह पूछताछ शुरू की थी मगर ठीक से जवाब नहीं दिए जाने के कारण गिरफ़्तारी की गयी । उल्लेखनीय है कि महाविकास आघाडी सरकार में एनसीपी के वरिष्ठ नेता मलिक के पास अल्पसंख्यक कार्य विभाग के अलावा कौशल विकास विभाग भी है । ईडी ने भगोड़ा गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़ी गतिविधियों से संबंधित धन शोधन जांच के मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया है ।
सूत्रों के अनुसार बैठक में मलिक की गिरफ्तारी के बाद उत्पन्न स्थिति पर और पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गयी । तय किया गया कि फ़िलहाल वे इस्तीफा नहीं देंगे और यदि मलिक के इस्तीफे इस्तीफा देने की स्थिति में उनका विभाग पार्टी के उनके सहकर्मियों को दिया जाएगा ।
बैठक में मौजूद रहे एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि नवाब मलिक के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं है । दुर्भावना से कार्रवाई की गई है । कल सुबह 10 बजे महात्मा गांधी के पुतले के पास महा विकास अघाड़ी के नेता आंदोलन करेंगे ।
इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि नवाब मलिक को इस्तीफा नहीं देना चाहिए । उन्होंने कहा, ”महाविकास आघाडी से आमने-सामने नहीं लड़ सकते, इसलिए पीछे से अफजलखानी युद्ध चल रहा है, चलने दो. किसी मंत्री को कपट से अंदर कर आनंदित हो रहे हैं, तो होने दो. नवाब से इस्तीफा न लें । लड़ते रहें और जीतें. कंस और रावण भी मारे गए. यही हिंदुत्व है. जंग अभी शुरू हुई हैं. जय महाराष्ट्र.”